महाराष्ट्र को रौंदते हुए कर्नाटक फाइनल में, मयंक ने खड़ा किया रनों का पहाड़
प्रचंड फॉर्म में चल रहे मयंक अग्रवाल की बेहतरीन अर्द्धशतकीय पारी के बाद कप्तान करूण नायर के नाबाद अर्द्धशतक की मदद से कर्नाटक ने महाराष्ट्र को नौ विकेट से रौंदते हुए विजय हजारे ट्रॉफी के फाइनल में जगह बना ली.
विजय हजारे ट्रॉफी सेमीफाइनल कर्नाटक बनाम महाराष्ट्र- प्रचंड फॉर्म में चल रहे मयंक अग्रवाल की बेहतरीन अर्द्धशतकीय पारी के बाद कप्तान करूण नायर के नाबाद अर्द्धशतक की मदद से कर्नाटक ने महाराष्ट्र को नौ विकेट से रौंदते हुए विजय हजारे ट्रॉफी के फाइनल में जगह बना ली.
महाराष्ट्र की बल्लेबाजी इस अहम मुकाबले में फिसड्डी साबित हुई जिससे बल्लेबाजी के लिए अच्छी पिच के बावजूद टीम 44.3 ओवर में महज 160 रन ही बना सकी.
छोटे से लक्ष्य को हासिल करने में कर्नाटक के बल्लेबाजों को किसी भी तरह की परेशानी नहीं हुई और एक विकेट खोकर 30.3 ओवर में इसे हासिल कर लिया. सलामी बल्लेबाज मयंक ने 86 गेंद में 81 रनों की पारी खेली तो कप्तान करूण के बल्ले से 90 गेंद में नाबाद 70 रन निकले.
मयंक इस पूरे सीजन में शानदार फॉर्म में रहे हैं, उन्होंने खूबसूरत कवर और ऑन ड्राइव से शानदार पारी खेली जिससे वह 633 रन बनाकर देश की घरेलू वनडे टूर्नामेंट के एक सीजन में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज बन गए. सेमीफाइनल मुकाबले में उनकी पारी में आठ चौके और एक छक्का शामिल रहा.
महाराष्ट्र के गेंदबाज अनुपम संकलेचा, प्रदीप दाधे और श्रीकांत मुंधे अपनी गेंदों से कर्नाटक के बल्लेबाजों को जरा भी परेशान नहीं कर पाए. इन दोनों खिलाड़ियों में मयंक ने तेज शुरूआत की और करूण ने भी स्पिनरों के आक्रमण पर लगाये जाने के बाद उन्हीं की तेजी से शॉट लगाने शुरू किए.
मयंक ने दिव्यांग हिमगानेकर की गेंद पर कवर ड्राइव से अपना अर्द्धशतक और टूर्नामेंट में 600 रन पूरे किए. वहीं करूण ने एक-एक रन लेकर अपना पचासा पूरा किया.
इससे पहले मुंधे ने 77 गेंद में 50 रन की पारी खेली लेकिन दूसरे छोर पर कोई भी बल्लेबाज उनका साथ नहीं निभा सका. तेज गेंदबाज एम पी कृष्णा ने 7.3 ओवर में 26 रन देकर दो विकेट जबकि ऑफ स्पिनर के गौतम ने 10 ओवर में 26 रन देकर तीन विकेट चटकाए.