नई दिल्ली/कोलकाता: बीते दिन विजय हज़ारे ट्रॉफी में कर्नाटक के साथ मुकाबले के दौरान अंपायर के फैसले से गुस्सा होकर टीम इंडिया के लिए खेले स्टार बल्लेबाज़ और छत्तीसगढ़ के कप्तान मोहम्मद कैफ ने टीम के साथ मैदान छोड़ दिया. 



 



टीम इंडिया के लिए लंबे समय तक खेले मोहम्मद कैफ फील्ड अंपायर वीरेंदर शर्मा और लेग अंपायर उमेश दुबे के थर्ड अंपायर के पास ना जाने के फैसले से इतना गुस्सा हुए कि वो मैच के बीच में ही टीम के साथ वापस ड्रेसिंग रूम में लौट गए. 



 



जिसके बाद मैच रेफरी ने मोहम्मद कैफ और उनकी टीम को समझा कर वापस खेलने आने के लिए मनाया. हालांकि इसके बाद कैफ को वॉर्निंग दिए जाने के साथ उनकी मैच फीस काट ली गई. 



 



ये पूरा मामला शुरू हुआ कर्नाटक की पारी के दौरान जब वो छत्तीसगढ़ से मिले 200 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरे. 200 रनों के जवाब में कर्नाटक की पारी के तीसरे ओवर की दूसरी गेंद बल्लेबाज़ मयंक अग्रवाल के बल्ले का बाहरी किनारा लेते हुए विकेटकीपर के हाथों में चली गई. जिसके बाद विकेटकीपर समेत गेंदबाज़ और पहले स्लिप पर खड़े कैफ ने भी अपील की जिसके बाद फील्ड अंपायर वीरेंदर शर्मा ने लेग अंपायर के साथ डिसक्शन किया लेकिन थर्ड अंपायर के पास नहीं गए और इससे ही गुस्सा होकर कैफ ने टीम के साथ मैदान छोड़ दिया.  



 



इस पूरे मामले के बाद जब मैच फिर शुरू हुआ तो मयंक अग्रवाल के 66 रनों की मदद से कर्नाटक ने आसानी से मैच जीत लिया. कर्नाटक की टीम पहले ही क्वार्टर-फाइनल में जगह पक्की कर चुके हैं.