कनार्टक ने अभिमन्यू मिथुन के पांच विकेट के दम पर तमिलनाडु को 49.5 ओवरों में 252 रनों पर ढेर कर दिया. कर्नाटक ने लक्ष्य का पीछा करते हुए 23 ओवरों में एक विकेट के नुकसान पर 146 रन बना लिए थे. तभी बारिश आ गई और मैच रोक दिया गया.
इसके बाद मैच नहीं हो सका और कर्नाटक वीजेडी प्रणाली से मैच जीतने में सफल रही.
मैच जब रुका तब कर्नाटक के सलामी बल्लेबाज लोकेश राहुल 52 और मयंक अग्रवाल 69 रन बनाकर खेल रहे थे. राहुल ने 72 गेंदों पर पांच चौकों की मदद से अर्धशतक बनाया तो वहीं मयंक ने 55 गेंदों पर सात चौके और तीन छक्कों की मदद से अर्धशतकीय पारी खेली.
मेजबान टीम ने एक मात्र विकेट देवदूत पडीकल (11) का खोया. उन्हें 34 के कुल स्कोर पर वॉशिंगटन सुंदर ने पवेलियन भेजा.
इससे पहले कर्नाटक के तेज गेंदबाज अभिमन्यु मिथुन ने इस मैच में हैट्रिक ले इतिहास रचा. वह इस टूर्नामेंट में हैट्रिक लेने वाले कर्नाटक के पहले गेंदबाज बन गए हैं.
मिथुन ने आखिरी ओवर में तीसरी, चौथी और पांचवीं गेंद पर लगातार तीन विकेट लिए. उन्होंने पहले शाहरूख खान (27), एम. मोहम्मद (0) और मुरुगुन अश्विन (0) को आउट कर तमिलनाडु को ऑल आउट कर अपनी हैट्रिक पूरी की. वह इस टूर्नामेंट में हैट्रिक लेने वाले कर्नाटक के पहले गेंदबाज हैं.
तमिलनाडु का शीर्ष क्रम पूरी तरह से विफल रहा. सिर्फ सलामी बल्लेबाज अभिनव मुकुंद ही विकेट पर टिक सके. उन्होंने टीम के लिए सबसे ज्यादा 85 रन बनाए. मुकुंद ने 110 गेंदों का सामना किया और नौ चौके मारे.
मुकुंद के साथी मुरली विजय शून्य और हाल ही में टेस्ट मैच खेलकर लौटे रविचंद्रन अश्विन आठ रन बना सके. मुकुंद को बाबा अपराजित का साथ मिला. अपराजित ने 84 गेंदों पर 66 रन बनाए और मुकुंद के साथ तीसरे विकेट के लिए 124 रनों की साझेदारी की.
148 के कुल स्कोर पर प्रतीक जैन ने मुकुंद को पवेलियन भेजा. मुकुंद के बाद आए विजय शंकर ने 38 रन बनाकर टीम को मजबूत स्कोर तक पहुंचाने की कोशिश की, लेकिन 178 के कुल स्कोर पर अपराजित रन आउट हो गए और शंकर अकेले पड़ गए.
कप्तान दिनेश कार्तिक 11, वॉशिंगटन सुंदर दो जल्दी पवेलियन लौट लिए.
आखिरी ओवर में मिथुन ने हैट्रिक ले तमिलनाडु को ज्यादा आगे नहीं जाने दिया.
मिथुन के अलावा वी. कौशिक ने दो विकेट लिए. प्रियम और कृष्णाप्पा गौतम ने एक-एक विकेट लिया.