चोट के बाद वापसी कर रहे कप्तान विजय शंकर की 129 रन की शतकीय पारी की बदौलत तमिलनाडु ने विजय हजारे ट्रॉफी के ग्रुप सी मैच में असम को 130 रन से हरा दिया.


विजय शंकर ने 99 गेंद की अपनी पारी में सात छक्के और इतने ही चौके मारे. तमिलनाडु ने पहले बल्लेबाजी करते हुए चार विकेट पर 334 रन बनाए जिसके जवाब में असम की टीम 44.1 ओवर में 204 रन पर सिमट गई.


विजय शंकर ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया जिसके बाद एन जगदीशन (37) और अभिनव मुकुंद (71) ने टीम को अच्छी शुरुआत दिलाई. बाबा अपराजित ने भी 92 रन की पारी खेली और कप्तान के साथ तीसरे विकेट के लिए 202 रन की साझेदारी की.


अंगूठे में चोट के कारण दो मैचों से बाहर रहे विजय शंकर ने 16 रन पर मिले जीवनदान का पूरा फायदा उठाया. उन्होंने 83 गेंद में शतक पूरा किया.


असम की टीम कभी लक्ष्य हासिल करने की स्थिति में नहीं दिखी और उसने नियमित अंतराल पर विकेट गंवाए. तमिलनाडु की टीम पांच मैचों में 12 अंक के साथ चौथे स्थान पर चल रही है जबकि झारखंड 18 अंक के साथ शीर्ष पर है.


झारखंड ने जम्मू-कश्मीर को 73 रनों से हराया


ग्रुप सी के दूसरे मुकाबले में बायें हाथ के स्पिनर शाहबाज नदीम (17 रन पर पांच विकेट) के पांच विकेट की बदौलत झारखंड ने जम्मू-कश्मीर को 73 रन से हरा दिया.


झारखंड की टीम एक समय 88 रन पर छह विकेट गंवाने के बाद संकट में थी लेकिन बायें हाथ के बल्लेबाज अनुकूल राय के नाबाद 96 रन की बदौलत आठ विकेट पर 221 रन बनाने में सफल रही. राय ने अपनी पारी में चार चौके और सात छक्के मारे.


इसके जवाब में जम्मू-कश्मीर ने 76 रन पर नौ विकेट गंवा दिए थे लेकिन 11वें नंबर पर बल्लेबाजी करने उतरे मोहम्मद मुदासिर (नाबाद 53, 28 गेंद, दो चौके, छह छक्के) की तूफानी पारी की बदौलत टीम 148 रन तक पहुंचने में सफल रही.


हरियाणा ने राजस्थान को 147 रन से हराया


ग्रुप सी के तीसरे मुकाबले में हरियाणा की टीम ने राजस्थान पर 147 रनों से बड़ी जीत दर्ज की. हरियाणा की टीम ने पहले बल्लेबाजी करते हुए प्रमोद चंदीला की 88 रन की पारी की बदौलत 49.2 ओवर में 304 रनों का विशाल स्कोर खड़ा किया.


विशाल लक्ष्य का पीछा करने उतरी राजस्थान की टीम 46.4 ओवर में 157 रन पर ढेर हो गई. राजस्थान के लिए अभिमन्यू लांबा ने सबसे अधिक 48 रन बनाए. लांबा के के अलावा और कोई भी बल्लेबाज क्रिज पर अधिक देर तक नहीं टिक सके.