ग्रोस आईलेट: भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान विराट कोहली ने रियो ओलंपिक गए भारतीय खिलाड़ियों का समर्थन करते हुए कहा कि उन्होंने दूसरों देशों की तरह भारत में शीर्ष स्तर की सुविधाएं ना मिलने के बावजूद वहां तक पहुंचने के लिए पूरे जी जान से मेहनत की है.



भारत अब तक रियो ओलंपिक में एक भी पदक हासिल नहीं कर पाया है.



वेस्टइंडीज को यहां तीसरे टेस्ट में हराने के बाद भारतीय टेस्ट टीम के कप्तान ने मीडिया से बातचीत के दौरान भारतीय ओलंपिक दल की तारीफ करते हुए कहा कि खिलाड़ियों को कठोरता से नहीं आंका जाना चाहिए.



उन्होंने कहा, ‘‘ओलंपिक जैसी प्रतियोगिता में पहले हमें देखना होगा कि ये खिलाड़ी कैसे तैयारी करते हैं. वे अपना पूरा जी जान लगा देते हैं और जब कुछ लोग इस पक्ष को नजरअंदाज करते हैं तो मुझे लगता है कि यह बहुत दुखदायी है. क्रिकेट में भी आप हर मैच में अच्छा नहीं खेल सकते और आप हर श्रृंखला नहीं जीतते.’’ कोहली ने कहा, ‘‘ये लोग वहां जाते हैं और अपना 100 प्रतिशत प्रयास करते हैं. कुछ खिलाड़ियों के पास तो दूसरे देशों के खिलाड़ियों को मिलने वाली सुविधाओं का दस प्रतिशत तक नहीं होता और फिर वे(आलोचक) अपने देश में बैठकर तुलना करते हैं.’’ 



कोहली ने कहा कि भारतीय खिलाड़ी दुनिया के दूसरे खिलाड़ियों की तरह ही मेहनत करते हैं और शीर्ष पर पहुंचने की उनकी कोशिश का समर्थन किया जाना चाहिए. क्रिकेट खिलाड़ी ने कहा, ‘‘वह अपना 120 प्रतिशत प्रयास करते हैं और आखिर में यही चीज मायने रखती है. एक बार जब कोई पदक जीत लेता है तो वह बड़ी बात होती है क्योंकि हम समझते हैं हमारे पास उस तरह की सुविधाएं नहीं हैं लेकिन तब भी ये लोग दुनिया के दूसरी खिलाड़ियों की तरह हीं मेहनत करते हैं. वे कोशिश करते हैं और हमारे लिए पदक जीतते हैं.’’ उन्होंने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि हमें बाकी बची प्रतिस्पर्धाओं को लेकर सकरात्मक बने रहना चाहिए. हमें इन लोगों को श्रैय देन चाहिए जो वहां गए और मुकाबला किया क्योंकि बिना तैयारी और सुविधा के ऐसा करना बहुत मुश्किल है. लेकिन वे तब भी वहां जाते हैं और अपने देश के लिए जी जान लगा देते हैं, हमें इसकी सराहना करनी चाहिए.



गौरतलब है कि हाल में लेखिका शोभा डे ने सोशल मीडिया पर यह कहकर हंगामा खड़ा कर दिया था कि भारतीय खिलाड़ी ओलंपिक में केवल सेल्फी खिंचवाने जाते हैं. उनकी इस टिप्पणी की कई खिलाड़ियों ने कड़ी आलोचना की.