उमेश यादव की गेंदबाजी से खुश हुए विराट कोहली, अगले दौरे से पहले रख दी अपनी बात
हैदराबाद टेस्ट में 10 विकेट लेकर उमेश यादव ने खुद को साबित किया है और इसका इनाम उन्हें ऑस्ट्रेलिया दौरे में मिल सकता है
वेस्टइंडीज के खिलाफ दूसरे टेस्ट में 10 विकेट लेकर मैन ऑफ द मैच बने उमेश यादव की गेंदबाजी से कप्तान विराट कोहली काफी खुश हैं और ऑस्ट्रेलिया दौरे से पहले टीम को लेकर अपनी राय रख दी है.
अगले महीने भारत को ऑस्ट्रेलिया के लंबे दौरे पर जाना है जहां टीम को वनडे, टी 20 के अलावा चार मैचों की टेस्ट सीरीज भी खेलनी है.
कोहली ने मैच के बाद प्रेस कांफ्रेंस में कहा, ‘‘मुझे लगता है कि उसने अपने करियर का लाजवाब प्रदर्शन किया और वह इस प्रदर्शन को आगे और भी बेहतर कर सकता है.’’
उन्होंने कहा, ‘‘ऑस्ट्रेलिया में चार टेस्ट मैच काफी मुश्किल हो सकते हैं क्योंकि कूकाबूरा गेंद ऐसा बर्ताव नहीं करती है जैसा इंग्लैंड में करती है. इसलिए आपको पूरी दिन दौड़कर रफ्तार से सही लाइन एवं लेंथ में गेंदबाजी करनी होगी. और ऐसे में मुझे लगता है कि इस दृष्टि से उमेश ऑस्ट्रेलिया में खेलने के लिए बिलकुल सही है.’’
कोहली ने कहा, ‘‘क्योंकि उमेश की गेंदों में तेजी है, उसका फिटनेस स्तर पूरे दिन गेंदबाजी के लिए बेहतर है, वह अहम मौकों पर विकेट भी झटकता है और उसकी गेंद अच्छा बाउंस भी ली हैं इसलिये अब यह (चयन) काफी मुश्किल होने वाला है. निश्चित रूप से सभी चारों गेंदबाज जब 140 की रफ्तार से गेंदबाजी करते हैं और वे आपके लिये विकेट चटकाते हैं तो यह चीज निश्चित रूप से ऐसी है जो हर कप्तान रखना चाहेगा.’’
लेकिन उमेश की गेंदबाजी की खासियत इसलिये भी अहम रही कि उसे शार्दुल ठाकुर का सहयोग नहीं मिला जिनका डेब्यू ग्रोइन चोट के कारण काफी खराब रहा. विदर्भ के इस तेज गेंदबाज ने उमस भरे हालात में कम से कम 39 ओवर फेंके.
कोहली ने कहा, ‘‘उमेश का प्रयास लाजवाब रहा. मुझे लगता है कि शार्दुल के चोटिल होने के बाद दोनों पारियों में उसका इस तरह की गेंदबाजी करना शानदार रहा. इससे उसके फिटनेस स्तर का अंदाजा होता है.’’
मोहम्मद शमी और भुवनेश्वर कुमार की गेंदों में काफी विविधता है लेकिन भारतीय कप्तान ने उमेश को भी उन्हीं के साथ शामिल किया.
कोहली ने कहा, ‘‘ज्यादा लोगों के अंदाजा नहीं होगा, लेकिन वह काफी प्रतिभाशाली गेंदबाज है. वह बीच-बीच में ऐसी गेंदबाजी भी करता है जिसे खेलना काफी मुश्किल होता है, हम नेट में ऐसी गेंदों को खेलते हैं. वह ऐसी भी गेंद फेंकता है, जिसमें आप कुछ नहीं कर सकते, आपको सिर्फ यही लगता है कि आप आउट हो जाओगे.’’