इस विश्व कप में भारतीय टीम के पास वो सब कुछ है जो चैंपियन बनने के लिए चाहिये होता है. भारतीय टीम के पास एक बेहद संतुलित टीम है. भारतीय टीम के तेज गेंदबाज़ों को इस समय दुनिया का सर्वश्रेष्ठ ‘बॉलिंग अटैक’ माना जाता है. जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद शामी और भुवनेश्वर कुमार ने पिछले डेढ़ साल में अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में कमाल की गेंदबाज़ी की है. रोहित शर्मा, शिखर धवन और खुद कप्तान विराट कोहली के रहते भारतीय टीम का टॉप ऑर्डर क्रिकेट की दुनिया का सबसे अनुभवी टॉप ऑर्डर है.


यजुवेंद्र चहल और कुलदीप यादव मैच विनर स्पिनर्स हैं. टीम इंडिया के पास हार्दिक पांड्या और विजयशंकर जैसे दो अच्छे ऑलराउंडर हैं. आईसीसी की रैंकिंग्स के लिहाज से टीम इंडिया इस वक्त दुनिया की नंबर दो टीम है. इन बातों के अलावा एक और मामले में भी टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली बहुत ‘लकी’ हैं. उनके पास दिग्गज कप्तानों की भी फ़ौज है. उनके पास महेंद्र सिंह धोनी और रोहित शर्मा जैसे करिश्माई कप्तान भी हैं. जो फटाफट क्रिकेट में कई बार विराट कोहली से बेहतर कप्तान नजर आए हैं.


कोहली चाहें तो ले सकते हैं दिग्गजों की मदद


विराट कोहली की कप्तानी पर कई बार सवाल उठ चुके हैं. अव्वल तो उनका प्लेइंग 11 चुनने का ‘स्टाइल’ कई बार सवालों के घेरे में रहा है. दूसरा वो चीज़ों को बेवजह ‘कॉम्लिकेटेड’ कर देते हैं. पिछले कुछ सालों से उनके दिमाग में एक फ़ितूर सवार है कि वो विरोधी टीम के लिए टीम इंडिया को ‘अनप्रेडिक्टेबल’ टीम बनाना चाहते हैं. ये बात विराट कोहली ने खुद कही है. अब इस ‘अनप्रोडिक्टेबल’ टीम को बनाने की कोशिश में वो कई बार बेवजह के प्रयोग करते हैं. टी-20 में वो तीन-तीन विकेटकीपर के साथ मैदान में उतर चुके हैं.


वनडे में वो सिर्फ दो फुलटाइम तेज गेंदबाज़ों के साथ मैच खेल चुके हैं. इन मौक़ों पर उन्हें हार का सामना करना पड़ा. इससे उलट धोनी और रोहित आसान क्रिकेट खेलते हैं. धोनी के करिश्मे तो पूरी दुनिया ने देखे हैं. उनकी कप्तानी में टीम इंडिया आईसीसी के तीनों टूर्नामेंट जीत चुकी है. जिसमें 2011 का विश्व कप भी शामिल है. धोनी ने तो खैर खुद ही कप्तानी छोड़ी थी लेकिन रोहित शर्मा से भी मदद लेने में विराट कोहली को हिचकना नहीं चाहिए. रोहित शर्मा ने विराट कोहली की ग़ैरमौजूदगी में जब-जब टीम इंडिया की कमान सँभाली है अच्छे नतीजे दिए हैं. इसके अलावा हाल ही में उन्होंने चौथी बार अपनी टीम मुंबई इंडियंस को आईपीएल का ख़िताब जिताया है. दिलचस्प बात ये है कि इस सीज़न में कप्तानी की जिम्मेदारी में रोहित शर्मा महेंद्र सिंह धोनी पर भी भारी पड़े. उन्होंने इस सीज़न में मुंबई के ख़िलाफ़ चार के चार मैच जीते. जिसमें फाइनल मैच भी शामिल था.


रोहित से सलाह लेने में क्यों हिचक सकते हैं विराट


धोनी से मदद लेने में तो विराट कोहली को कोई हर्ज नहीं है. विराट कोहली उनकी खुलकर तारीफ भी करते हैं. लेकिन रोहित शर्मा के साथ उनके संबंधों में दरार की खबरें पिछले साल आई थीं. यहां तक कि रोहित शर्मा ने सोशल मीडिया साइट ट्विटर पर कप्तान कोहली को अनफॉलो कर दिया था. रोहित की इस नाराजगी की वजह टेस्ट टीम में उनके चयन को लेकर थी.


रोहित शर्मा टीम के उपकप्तान भी हैं. बावजूद इसके इन दोनों खिलाड़ियों के बीच की तनातनी को देखते हुए कुछ सवाल हर किसी के मन में है. क्या कप्तान कोहली रोहित शर्मा से टीम की रणनीतियों को लेकर खुलकर बातचीत करेंगे? जरूरत पड़ने पर दोनों सलाह मश्विरा करेंगे? भारतीय क्रिकेट में ऐसा पहली बार नहीं हो रहा है जब टीम में दो दिग्गज खिलाड़ियों के बीच संबंध मधुर ना हों लेकिन जब जब ऐसा हुआ है तब तब टीम को नुकसान भी उठाना पड़ा है. रोहित और विराट के बीच का मनमुटाव इतना गहरा भले ही ना हो लेकिन कप्तान के तौर पर विराट कोहली को इस दूरी को नजदीकी में बदलना होगा. विराट अगर रोहित शर्मा को भरोसा में लेकर टीम से जुड़े फैसले लेते हैं तो निश्चित तौर पर रोहित शर्मा विराट कोहली को कुछ अच्छी और उपयोगी ‘स्ट्रेटजी’ बता सकते हैं, जो टीम के लिए फायदेमंद होगी.