भारत और इंग्लैंड के बीच कनिंग्सटन ओवल में जारी पांचवे और अंतिम टेस्ट के पहले दिन भारतीय गेंदबाज़ों ने शानदार प्रदर्शन किया. लेकिन अगर गेंदबाज़ दिन के आखिरी सेशन में अपनी गेंदों का जलवा नहीं दिखाते तो ये स्थिती बिल्कुल उलटी भी हो सकती थी.


जी हां, भारतीय टीम ने इस सीरीज़ में अपना पूरा दम लगा दिया लेकिन टीम इंडिया के कप्तान की किस्मत एक मामले में उनसे रूठी है जिसका खामियाजा टीम इंडिया को पांच मैचों की लंबी टेस्ट सीरीज़ में भुगतना पड़ा है. टीम इंडिया के कप्तान भले ही बल्ले से रन बना रहे हों लेकिन वो अब तक इस सीरीज़ में एक बार भी टॉस नहीं जीत सके हैं.


ये बात सही है कि इसमें विराट का कोई दोष नहीं है लेकिन अगर विराट टॉस जीतते तो इससे वो मन मुताबिक पहले गेंदबाज़ी या बल्लेबाज़ी चुन सकते थे. लेकिन पांच मैचों में पांच बार सिक्का उछला और उसने विराट के विपरीत जाना ही बेहतर समझा.


इतना ही नहीं इंग्लैंड के खिलाफ पूरी सीरीज़ में एक बार भी टॉस नहीं जीतने के कारण विराट एक अनचाहा रिकॉर्ड भी बना गए. विराट, लाला अमरनाथ के बाद पहले ऐसे भारतीय कप्तान बने हैं जो पांच मैचों की टेस्ट सीरीज़ में एक बार भी टॉस नहीं जीत सके. लाला अमरनाथ साल 1948/49 में वेस्टइंडीज़ के खिलाफ सीरीज़ में कोई टॉस नहीं जीते थे.


उनके बाद ऐसा 69 सालों में पहली बार हुआ है कि कोई भारतीय कप्तान सीरीज़ के सभी पांच टेस्ट मैचों में टॉस हारा हो. आखिरी टेस्ट में टॉस हारने के बाद खुद विराट ने कहा की 'मुझे लगता है अब मुझे ऐसा सिक्का चाहिए जिसके दोनों तरफ हेड लिखा हो.'


इता ही नहीं इंग्लैंड के कप्तान जो रूट ने भी इस मामले में अपना नाम दर्ज करवा लिया है. वो पिछले 19 सालों में पहले ऐसे टेस्ट कप्तान बने जिन्होंने पांच मैचों की टेस्ट सीरीज़ के सभी टॉस जीते हों. वहीं ओवर-ऑल इस लिस्ट में वो 12वें कप्तान बने.


विराट के लगातार पांचवे टेस्ट में टॉस हारने के बाद ट्विटर पर भी फैंस ने उनका मज़ाक उड़ाया.