भारतीय टीम के कप्तान विराट कोहली आईसीसी के चार दिन के टेस्ट मैच के पक्ष में नहीं हैं क्योंकि उनना मानना है कि यह खेल के सबसे शुद्ध प्रारूप के साथ न्याय नहीं होगा. कोहली के मुताबिक टेस्ट क्रिकेट को आगे ले जाने के लिए डे-नाइट टेस्ट बहुत है क्योंकि इसके माध्यम से टेस्ट क्रिकेट का व्यापक बाजारीकरण किया जा सकता है.

कोहली ने भारत और श्रीलंका के बीच यहां खेले जाने वाले पहले टी-20 मैच की पूर्व संध्या पर संवाददाताओं से कहा, "मेरे हिसाब से इसमें बदलाव नहीं होने चाहिए. जैसा मैंने कहा टेस्ट क्रिकेट को आगे ले जाने के लिए डे-नाइट टेस्ट लाया गया है, इससे उत्साह पैदा होता है, लेकिन इससे ज्यादा इससे छेड़छाड़ नहीं की जानी चाहिए. मुझे नहीं लगता कि ऐसा किया जाना चाहिए."

उन्होंने कहा, "आप टेस्ट क्रिकेट में ज्यादा से ज्यादा डे-नाइट टेस्ट का बदलाव कर सकते हो. इसकी चलन शुरू हो चुकी है. किसी और बात पर ध्यान केंद्रित करने की जगह सिर्फ डे-नाइट टेस्ट पर ही फोकस किया जाए तो इस फॉरमेंट में काफी आकर्षण आ सकता है."

आईसीसी विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप-2023 से चार दिन के टेस्ट मैच कराने को लेकर विचार कर रही है. आस्ट्रेलिया के टेस्ट कप्तान टिम पेन सहित कई खिलाड़ी इसकी आलोचना कर चुके हैं. अब कोहली भी इसमें शामिल हो गए हैं.

कोहली ने कहा कि अगर पांच दिन के टेस्ट को चार दिन का कर दिया जाता है तो वो दिन भी आ जाएगा जब तीन दिन के टेस्ट की बात की जाने लगेगी.

दाएं हाथ के बल्लेबाज ने कहा, "आप फिर सिर्फ आंकड़ों और नंबर की बातें कर रहे हैं. मुझे लगता है कि मंशा सही नहीं होगी क्योंकि इसके बाद आप तीन दिन के टेस्ट मैच की बात कहने लगोगे. आप कहां खत्म करोगे? इसके बाद आप टेस्ट क्रिकेट को खत्म करने की बात कहोगे."

उन्होंने कहा, "मैं इसके पक्ष में नहीं हूं. मुझे नहीं लगता है कि यह खेल के सबसे शुद्ध प्रारूप के लिए सही होगा." कोहली से पहले आस्ट्रेलियाई टेस्ट टीम के कप्तान टिम पेन, ग्लैन मैक्ग्रा, नाथन लॉयन, दक्षिण अफ्रीका के वार्नोन फिलेंडर भी इसकी खिलाफत कर चुके हैं.