बर्मिंघम की करीबी हार और लॉर्ड्स में मिली करारी हार के बाद भारतीय टीम ने ट्रेंट ब्रिज में इंग्लैंड के खिलाफ एकतरफा जीत दर्ज कर पांच मैचों की सीरीज में वापसी कर ली. सीरीज में बने रहने के लिए भारत को तीसरा टेस्ट हर हाल में जीतना था और टीम ने ऑलराउंड प्रदर्शन करते हुए इंग्लैंड को हर विभाग में मात दी.


तीसरे टेस्ट में भारत के प्रदर्शन को देखने के बाद न सिर्फ भारतीय फैन्स बल्कि इंग्लैंड की मीडिया भी सीरीज का परिणाम अलग रहने की भविष्यवाणी कर रहे हैं. चौथा टेस्ट साउथैंपटन के रोज़ बॉउल में 30 अगस्त से खेला जाएगा. इस मैदान पर अब तक दो ही टेस्ट मैच खेले गए हैं. इंग्लैंड और श्रीलंका के बीच खेला गया पहला मुकाबला जहां ड्रॉ रहा था वहीं दूसरे मुकाबले में भारत को मेजबान टीम के हाथों करारी हार का सामना करना पड़ा था.


ये वही मैदान हैं जहां 2014 में भारतीय टीम के सीरीज में बढ़त लेने के बाद इंग्लैंड ने हराया था और अंत में सीरीज भी जीत ली थी. इस बार भी रोज़ बॉउल के मैदान पर वैसा ही कुछ देखने को मिल सकता है. इंग्लैंड इस वक्त 2-1 से आगे है और ऐसे में भारतीय टीम सीरीज को बराबर करने मैदान पर उतरेगी.


अब तक इतिहास में सिर्फ डॉन ब्रैडमैन ही ऐसे कप्तान हुए जिन्होंने 0-2 से पिछड़ने के बाद सीरीज में न सिर्फ वापसी की बल्कि परिणाण को 3-2 से अपने पक्ष में मोड़ा. 1936-37 में ब्रैडमैन की ऑस्ट्रेलियाई टीम के बाद आज तक कोई भी टीम इस तरह का प्रदर्शन टेस्ट क्रिकेट में नहीं कर पाई है.


टेस्ट क्रिकेट के इस रिकॉर्ड को लेकर जब भारतीय टीम के कोच रवि शास्त्री से पूछा गया तो उन्होंने अपने ही अंदाज में इसका जवाब दिया. उन्होंने कहा,1936-37 में तो मेरा भी जन्म नहीं हुआ था,हम वर्तमान में जीते हैं और एक बार में सिर्फ एक टेस्ट के बारे में सोचते हैं.


शास्त्री ने कहा कि उनकी टीम नई चुनौती के लिए तैयार है क्योंकि भारतीय तेज गेंदबाज बिलकुल बदले हुए अंदाज में गेंदबाजी कर रहे हैं.


भारतीय टीम अगर 0-2 से पिछड़ने के बाद अगर सीरीज जीतती है तो यकीनन टेस्ट क्रिकेट का एक नया अध्याय भारतीय टीम और कप्तान विराट कोहली के नाम जुड़ जाएगा. बात सिर्फ टेस्ट के परिणाम तक की नहीं है बतौर बल्लेबाज विराट कोहली भी नए इतिहास की ओर बढ़ते दिख रहे हैं. तीन मैच की छह पारी में 440 रन बनाने वाले कोहली अगर बचे दो मुकाबलों में 312 रन बना लेते हैं तो वो भारत औऱ इंग्लैंड के बीच खेले गए किसी भी टेस्ट सीरीज में सबसे अधिक रन बनाने वाले बल्लेबाज बन जाएंगे.


इन दो देशों के बीच खेले गए किसी भी सीरीज में सबसे अधिक रन बनाने का रिकॉर्ड इंग्लैंड के पूर्व कप्तान और दिग्गग बल्लेबाजों में से ग्राहम गूच के नाम है. उन्होंने 1990 में तीन मैचों की टेस्ट सीरीज में 752 रन बनाए थे. भारत की ओर से कोहली पहले ही 2016-17 में 652 रन बनाकर रिकॉर्ड बना चुके हैं.