मौजूदा वक्त में दुनिया के सबसे बड़े और सबसे बेहतरीन बल्लेबाज माने जाने वाले विराट कोहली की खासियत उनकी निरंतरता है. बीते करीब 10 साल से कोहली लगातार रन बना रहे हैं और कई रिकॉर्ड्स ध्वस्त कर चुके हैं. हालांकि एक वक्त ऐसा था जब अच्छा प्रदर्श करने के बावजूद उनका सेलेक्शन नहीं हुआ और वो रोते रहे. खुद कोहली ने इसका खुलासा किया है.

कोरोनावायरस के कारण बाकी सबकी तरह ही घर में ही बंद भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान विराट कोहली ने अपनी पत्नी और बॉलीवुड स्टार अनुष्का शर्मा के साथ मिलकर मंगलवार 21 अप्रैल को एक ऑनलाइन टीचिंग प्लैटफॉर्म के लाइव सेशन में हिस्सा लिया. यहां दोनों ने अपने करियर और जीवन के उतार-चढ़ाव पर छात्रों से बात की.

इस दौरान एक सवाल के जवाब में कोहली ने बताया कि जब दिल्ली की रणजी टीम के लिए उन्हें चुना नहीं गया तो वो रोते रहे. कोहली ने कहा-

“जब पहली बार मुझे स्टेट सेलेक्शन के दौरान रिजेक्ट किया गया था, तो मुझे याद है कि देर रात की बात है और मैं रोने लगा. मैं रात 3 बजे तक रोता रहा.”

कोहली ने कहा कि उन्हें इस फैसले पर यकीन नहीं हुआ क्योंकि वो लगातार अच्छा प्रदर्शन कर रहा था और यहां तक पहुंचा था.

2006 में दिल्ली के लिए फर्स्ट क्लास क्रिकेट में डेब्यू करने वाले कोहली ने कहा, “मैं 2 घंटों तक अपने कोच से पूछता रहा कि मेरा सेलेक्शन क्यों नहीं हुआ?”

कोहली ने साथ ही कहा कि अगर आपके अंदर जज्बा, होता है तो वो प्रेरणा के तौर पर आपके पास लौटता है.

बन गए बेस्ट क्रिकेटर


कोहली ने अपने करियर में ये बात साबित भी की. 2008 में अपनी कप्तानी में भारत को दूसरी बार अंडर-19 वर्ल्ड चैंपियन बनाने के बाद कोहली ने उसी साल अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में डेब्यू किया.

हालांकि उसके बाद लगभग वो 1 साल तक टीम से बाहर रहे, लेकिन 2010 में टीम में लौटने के बाद से उन्होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा और आज दुनिया के सबसे बेहतरीन बल्लेबाज बनने के साथ ही भारतीय टीम के कप्तान भी बन चुके हैं.

अपने 11 साल के करियर में कोहली अब तक 70 अंतरराष्ट्रीय शतक जड़ चुके हैं, जबकि 17 हजार से ज्यादा रन भी बना चुके हैं. कोहली ने टेस्ट, वनडे और टी20 में भी नंबर एक बल्लेबाज रह चुके हैं.

अनुष्का से मिलकर सीखा धैर्य


कोहली ने साथ ही अपने जीवन में आए बदलाव के लिए पत्नी अनुष्का को श्रेय दिया. 2017 में अनुष्का और विराट की शादी हुई थी.

कोहली ने कहा कि जब से वो अनुष्का से मिले हैं, उसके बाद ही उन्होंने धैर्य रखना सीखा. कोहली ने कहा कि इससे पहले वो बहुत बेचैन रहते थे.

इसके अलावा कोहली ने कहा कि कोरोनावायरस के बाद बने हालातों ने लोगों को उदार बना दिया है. कोहली ने उम्मीद जताई कि हालात सुधरने के बाद भी इस संकट से लड़ रहे डॉक्टरों, पुलिसकर्मियों समेत अन्य लोगों के प्रति अच्छा रवैया बरकरार रहेगा.