विराट कोहली मोहाली में श्रीलंका के खिलाफ करियर का 100वां टेस्ट मैच खेल रहे हैं. कोहली ने शुक्रवार को कहा कि वह चाहते हैं कि अगली पीढ़ी इस तथ्य से प्रेरणा ले कि वह बेहद व्यस्त अंतरराष्ट्रीय कार्यक्रम के बीच तीनों प्रारूपों में खेलने के बावजूद यह उपलब्धि हासिल कर पाए. भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) ने इस स्टार क्रिकेटरर को उनके 100वें टेस्ट के मौके पर सम्मानित किया.
मुख्य कोच राहुल द्रविड़ द्वारा सम्मानित किए जाने के बाद कोहली ने कहा, ‘‘वर्तमान समय में हम तीनों प्रारूपों और आईपीएल में जितना क्रिकेट खेल रहे हैं उसे देखते हुए अगली पीढ़ी मेरे से यह सीख ले सकती है कि मैंने शीर्ष प्रारूप में 100 मैच खेले.’’
जैविक रूप से सुरक्षित माहौल से जुड़ी पाबंदियों के कारण द्रविड़ ने कोहली को स्मारिका कैप और चमचमाता स्मृति चिन्ह सौंपा. इस दौरान कोहली की अभिनेत्री पत्नी अनुष्का शर्मा और भाई विकास कोहली भी स्टैंड में मौजूद थे. बीसीसीआई के पूर्व अध्यक्ष सौरव गांगुली, सचिव जय शाह, कोषाध्यक्ष अरूण धूमल और उपाध्यक्ष राजीव शुक्ला भी इस दौरान मौजूद थे.
कोच द्रविड़ ने लंबे समय तक खेलने की कोहली की क्षमता की सराहना की और उसे दोगुना करने को कहा. कोहली ने कहा, ‘‘यह मेरे लिए विशेष लम्हा है. मेरी पत्नी यहां हैं और मेरा भाई भी. सभी को काफी गर्व है. यह टीम खेल है और यह आपके बिना संभव नहीं हो पाता.’’ उन्होंने कहा, ‘‘बीसीसीआई को भी धन्यवाद.’’
कोहली यह उपलब्धि हासिल करने वाले 12वें भारतीय क्रिकेटर हैं. उनसे पहले पहले सुनील गावस्कर, दिलीप वेंगसरकर, कपिल देव, सचिन तेंदुलकर, अनिल कुंबले, राहुल द्रविड़, वीवीएस लक्ष्मण, वीरेंद्र सहवाग, सौरव गांगुली, हरभजन सिंह और इशांत शर्मा 100 टेस्ट खेलने की उपलब्धि हासिल कर चुके हैं.
पिछले कुछ दिनों से कोहली को बधाई देने वालों का तांता लगा है और शुक्रवार सुबह बीसीसीआई सचिव जय शाह ने ट्वीट करके इस पूर्व कप्तान को ऐसा खिलाड़ी करार दिया जिसने टेस्ट क्रिकेट को नए सिरे से परिभाषित किया. उन्होंने कहा, ‘‘उनकी यात्रा भावना, जज्बे, प्रतिबद्धता और समर्पण का संयोजन है. टेस्ट क्रिकेट को नए सिरे से परिभाषित करने और इसमें नया जीवन डालने वाले व्यक्ति विराट कोहली को एतिहासिक टेस्ट के लिए बधाई. चलिए एक साथ मिलकर जश्न मनाएं.’’
यह भी पढ़ें : विराट कोहली ने 100वीं टेस्ट कैप लेने के बाद अनुष्का शर्मा को लगाया गले, वीडियो में देखें मैदान पर कैसे बढ़ाया सम्मान