पुलवामा में हुए आतंकवादी हमले के बाद देशभर से ऐसी आवाज़ें उठ रही हैं कि भारत को क्रिकेट के मैदान पर भी पाकिस्तान का बहिष्कार करना चाहिए. इस मामले में बीते दिन ही सीओए ने कहा है कि इस पर इस मसले पर भारत सरकार के साथ अभी बातचीत चल रही है. वहीं अब भारतीय टीम के कप्तान विराट कोहली का बयान भी आया है.
एएनआई ने विराट के हवाले से लिखा, 'पुलवामा हमले में शहीद हुए वीर जवानों के परिवारों के साथ मेरी संवेदनाएं हैं. हम देश के साथ हैं, जो देश चाहता है उसके साथ हैं, जो बीसीसीआई करेगा उसके साथ हैं. हम वहीं करेंगे जो भारत सरकार और बीसीसीआई फैसला लेगा. हम उसका सम्मान करेंगे.'
इससे पहले विराट कोहली ने इस हमले की कड़ी निंदा करते हुए शहीदों को श्रद्धांजलि दी थी. उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा, 'मैं पुलवामा में हुए इस हमले के बारे में सुनकर हैरान हूं. शहीद हुए जवानों को मैं भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं, जबकि घायल हुए जवानों के जल्द स्वस्थ होने की कामना करता हूं.'
वहीं अब लगातार इस बात को लेकर दबाव बढ़ रहा है कि भारत और पाकिस्तान के बीच विश्वकप 2019 का मुकाबला ना खेला जाएगा. कप्तान कोहली के अलावा कोच रवि शास्त्री ने भी इस मामले में कहा है कि सरकार फैसला ही सर्वोपरी होगा.
इस मामले में टीम इंडिया के विश्व विजेता कप्तान कपिल देव ने भी कहा है कि हमें इसका फैसला सरकार पर छोड़ देना चाहिए. जबकि कांग्रेस सांसद शशि थरूर का ऐसा मानना है कि भारत को विश्वकप में पाकिस्तान के साथ खेलना चाहिए और उसे हराकर बदला पूरा करना चाहिए.
वहीं मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर की राय भी कुछ-कुछ शशि थरूर से मिलती है. उन्होंने कहा कि ‘‘भारत ने विश्व कप में हमेशा पाकिस्तान के खिलाफ अच्छा प्रदर्शन किया है. अब फिर से उन्हें हराने का समय है. मैं निजी तौर पर उन्हें दो अंक देना पसंद नहीं करूंगा क्योंकि इससे टूर्नामेंट में उन्हें मदद मिलेगी.’’
बीते दिन सीओए ने इस मामले पर बड़ी बैठक करते हुए कहा था किॉ ‘‘हमारी सरकार से बातचीत चल रही है. 16 जून को होने वाले मैच के बारे में कोई फैसला नहीं लिया गया है.’’