शानदार फॉर्म के बावजूद इस रिकॉर्ड को नहीं तोड़ पाएंगे विराट कोहली!
टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली इन दिनों शानदार फॉर्म में चल रहे हैं. अपनी शानदार बल्लेबाजी के अलावा वे लगातार क्रिकेट खेलने के कारण भी चर्चा में हैं लेकिन पिछले लगभग दो दशकों से अत्याधिक क्रिकेट का आलम यह है कि श्रीलंका के खिलाफ मौजूदा सीरीज के सभी फॉर्मेट के सभी मैचों में खेलने के बावजूद भारतीय कप्तान एक कैलेंडर साल में सर्वाधिक मैच का रिकॉर्ड नहीं तोड़ पाएंगे.
नई दिल्ली: टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली इन दिनों शानदार फॉर्म में चल रहे हैं. अपनी शानदार बल्लेबाजी के अलावा वे लगातार क्रिकेट खेलने के कारण भी चर्चा में हैं लेकिन पिछले लगभग दो दशकों से अत्याधिक क्रिकेट का आलम यह है कि श्रीलंका के खिलाफ मौजूदा सीरीज के सभी फॉर्मेट के सभी मैचों में खेलने के बावजूद भारतीय कप्तान एक कैलेंडर साल में सर्वाधिक मैच का रिकॉर्ड नहीं तोड़ पाएंगे.
कोहली ने साल 2017 में अब तक 44 इंटरनेशनल मैच खेले हैं. इनमें आठ टेस्ट, 26 वनडे और दस टी20 मैच शामिल हैं. कोहली इससे पहले कभी एक कैलेंडर वर्ष में इतने अधिक मैचों में नहीं खेले थे. उन्होंने 2011 और फिर 2013 दोनों सालों में 43-43 मैच खेले थे.
अगर कोहली श्रीलंका के खिलाफ वर्तमान सीरीज के बाकी बचे दोनों टेस्ट तथा तीन वनडे और तीन टी20 अंतरराष्ट्रीय मैचों में खेलते हैं तो इस साल उनके मैचों की संख्या 52 पर पहुंच जाएगी लेकिन वह तब भी विश्व रिकॉर्ड से एक मैच पीछे रह जाएंगे जो संयुक्त रूप से राहुल द्रविड़, मोहम्मद यूसुफ और महेंद्र सिंह धोनी के नाम पर दर्ज है. इन तीनों ने अलग-अलग कैलेंडर सालों में 53-53 मैच खेले थे.
द्रविड़ ने 1999 में 53 मैच खेले थे और तब टी20 अस्तित्व में नहीं था. इस पूर्व भारतीय कप्तान ने उस साल 43 वनडे और दस टेस्ट मैच खेले थे. पाकिस्तान के यूसुफ ने भी इसके एक साल बाद 2000 में यह आंकड़ा छुआ था जबकि धोनी ने 2007 में जब 53 मैच खेले तब उनके नाम पर आठ टेस्ट, 37 वनडे और आठ टी20 मैच दर्ज थे.
जहां तक एक कैलेंडर वर्ष में सर्वाधिक मैच खेलने का सवाल है तो अभी तक 20 अवसरों पर खिलाड़ियों ने किसी एक साल में 50 या इससे अधिक मैच खेले. इनमें श्रीलंका के कुमार संगकारा भी शामिल हैं जिन्होंने तीन बार (2006, 2009 और 2012) किसी कैलेंडर साल में मैचों का अर्द्धशतक पूरा किया.
सचिन तेंदुलकर पहले खिलाड़ी थे जिन्होंने एक कैलेंडर साल में 50 या इससे अधिक मैच खेले थे. उन्होंने 1997 में यह कारनामा किया था. सौरव गांगुली के नाम पर तब 49 मैच दर्ज थे लेकिन बायें हाथ के इस बल्लेबाज ने दो साल बाद 1999 में 51 मैच खेलकर इस सूची में अपना नाम लिखवा दिया था. भारत की तरफ से केवल चार खिलाड़ियों द्रविड़, धोनी, तेंदुलकर और गांगुली ने एक साल में 50 या इससे अधिक अंतरराष्ट्रीय मैच खेले हैं.
अगर कोहली की बात करें तो अभी एक वर्ष में सर्वाधिक मैच खेलने वाले खिलाड़ियों की रिकॉर्ड सूची में उनसे आगे 61 खिलाड़ियों के नाम दर्ज हैं. इन सभी ने एक साल में 45 या इससे अधिक मैच खेले हैं. यह जरूर है कि साल 2017 में कोहली ने सर्वाधिक मैच खेले हैं. उनके बाद दूसरे स्थान पर श्रीलंका के निरोशन डिकवेला हैं जो 38 मैच खेल चुके हैं. यह अलग बात है कि कोहली ने इस बीच आईपीएल में भी दस मैच खेले और यही वजह है कि वह क्रिकेट से पिछले कुछ समय से लंबा विश्राम नहीं ले पाये हैं.
भारतीय खिलाड़ियों में कोहली के बाद इस साल सर्वाधिक मैच खेलने वाले खिलाडि़यों की सूची में महेंद्र सिंह धोनी और हार्दिक पंड्या (दोनों 36 मैच), भुवनेश्वर कुमार (31 मैच), शिखर धवन, जसप्रीत बुमराह और केदार जाधव (तीना 29 मैच) का नंबर आता है.