भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच तीसरे टेस्ट के दौरान विराट ने 9वीं बार गलत DRS लिया. ये रांची टेस्ट का पहला दिन था और विराट जब आउट हुए तो उन्होंने DRS का इस्तेमाल किया. कोहली का ये खराब डीआरएस वाला फैसला साल 2017 से चल रहा है. जब भी विराट ने अंपायर को चैलेंज किया है हमेशा उनकी ही हार हुइ है.


कोहली को दक्षिण अफ्रीकी गेंदबाज एनरिक नोर्टजे ने 12 के निजी स्कोर पर प्लम्ब एलबीडब्ल्यू आउट कर दिया था, लेकिन कोहली ने इस पर रिव्यू लिया, जो उनके खिलाफ चला गया.

भारत ने दिन के पहले सत्र में अपने तीन विकेट महज 39 रनों पर ही खो दिए थे. इसके बाद रोहित शर्मा और अजिंक्य रहाणे ने टीम को संभाल लिया. खराब रोशनी के कारण दिन का खेल जल्दी खत्म कर दिया गया था. स्टम्प्स की घोषणा तक रोहित शर्मा 117 और रहाणे 83 रन बनाकर खेल रहे थे.
रोहित ने इसी के साथ इस सीरीज में अपना तीसरा और कुल छठा शतक पूरा किया. दोनों बल्लेबाजों की टीम के बल्लेबाज कोच विक्रम राठौर ने तारीफ की है.

राठौर ने कहा कि पहले सत्र में जब कागिसो रबादा गेंद को मूव करा रहे थे तब रोहित ने हिम्मत दिखा कर पहला सत्र निकाला.

उन्होंने कहा, "जैसा की मैंने कहा, वह अच्छी जगह गेंदबाजी कर रहे थे और विकेट से भी मदद मिल रही थी. इसलिए एक बल्लेबाज के तौर पर, आपको इस तरह के समय में विकेट पर टिके रहना होता है जो रोहित ने काफी अच्छे से किया."

राठौर ने कहा, "वह तीनों प्रारूप खेलने के लिए बेहतरीन खिलाड़ी हैं. उन्हें सलामी बल्लेबाज के तौर पर उतारना सही फैसला है. उन्होंने जितने रन किए हैं उन्होंने कुछ समय के लिए सलामी बल्लेबाजी के विवाद को थाम दिया है."

उन्होंने कहा, "उनके जैसा कोई खिलाड़ी अगर शीर्ष क्रम में आकर बल्लेबाजी करता है तो, इससे टीम के लिए सब कुछ बदल जाता है, तब भी जब आप दौरे पर हों. वह बेहद अनुभवी खिलाड़ी हैं. मुझे नहीं लगता कि उनकी तकनीक से छेड़छाड़ करने की जरूरत है. उन्हें बस मानसिक तौर पर कुछ बदलाव करने हैं."

रहाणे की पारी को लेकर राठौर ने कहा कि, "रहाणे ने आज गजब की प्रतिस्पर्धा दिखाई. वह जब भी इस प्रतिस्पर्धा से बल्लेबाजी करते हैं तब बेहद शानदार खेलते हैं."