(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
मैदान पर तो कप्तान विराट और पंत ने बनाए हैं कई रिकॉर्ड, लेकिन अपने ही घरेलू बोर्ड की वोटिंग लिस्ट से नाम गायब
डीडीसीए ने बुधवार शाम को एक नए अध्यक्ष, कोषाध्यक्ष और चार निदेशकों के लिए आगामी चुनावों के लिए मतदाता सूची जारी की है. डीडीसीए की मतदाता सूची से कुछ खिलाड़ियों को बाहर कर दिया गया है. बाहर किए गए खिलाड़ियों में भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान विराट कोहली, शिखर धवन, ऋषभ पंत शामिल हैं.
नई दिल्लीः टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली ने कई रिकॉर्ड बनाए हैं और कई तोड़े हैं. उन्हें शानदार कप्तान के साथ नंबर एक बल्लेबाज भी माना जाता है. इसी की बदौलत आज दिल्ली के अरूण जेटली स्टेडियम में विराट कोहली के नाम का स्टैंड है. लेकिन हाल फिलहाल में जिस एक चीज की कमी खली है वो है दिल्ली और ड्रिस्ट्रिक्ट क्रिकेट एसोसिएशन चुनाव में विराट का वोट करने का अधिकार न होना. विराट का ये अपना स्टेट एसोसिएशन है लेकिन फिर भी उनके पास ये अधिकार नहीं है.
नए शासन नियम को लेकर लोढ़ा रिफॉर्म में दिए गए स्पष्ट गाइडलाइन्स तो वहीं डीडीसीए के संविधान में भी इसे निर्धारित किया गया है कि सभी इंटरनेशनल खिलाड़ी खुद ब खुद ही राज्य एसोसिएशन के सदस्य बन जाएंगे. डीडीसीए ने बुधवार शाम को एक नए अध्यक्ष, कोषाध्यक्ष और चार निदेशकों के लिए आगामी चुनावों के लिए वोटर लिस्ट जारी की, लेकिन टीम इंडिया के कुछ बहुत प्रसिद्ध नाम और वर्तमान सदस्य सूची से गायब थे.
हालांकि यहां सबसे ज्यादा चौंकाने वाले नाम थे, विराट कोहली, शिखर धवन, रिषभ पंत, नवदीप सैनी और आशीष नेहरा. हालांकि लिस्ट में कुछ पूर्व क्रिकेटर्स के साथ टीम इंडिया के तेज गेंदबाज इशांत शर्मा का नाम शामिल था.
बातचीत करने पर, डीडीसीए के कर्मचारियों ने यह कहते हुए इसे टाल दिया कि यह एक छोटी तकनीकी खराबी है और वो अभी भी खिलाड़ियों को इसमें शामिल करने के लिए उनके जवाब का इंतजार कर रहे हैं.
एक आधिकारिक सूत्र ने कहा कि, "एक छोटी सी तकनीकी दिक्कत ये है कि ये इंटरनेशनल खिलाड़ी किसी भी दूसरे राज्य का सदस्य बन सकते हैं जहां उन्होंने पहले खेला है या रहते हों. वहीं लिस्ट में शामिल करने से पहले हम उन्हें सुनेंगे भी.'' उन्होंने आगे कहा कि, हमने उन्हें डिटेल्स के साथ फॉर्म भेज दिया है और उनके जवाब का इंतजार कर रहे हैं. अगर वो हमें तुंरत अभी अपना जवाब भेजते हैं तो हम उन्हें शामिल कर लेंगे.
हालांकि इसके बावजूद भी यहां थोड़ी दिक्कत ये दिखती है कि विराट के साथ सभी खिलाड़ियों ने सिर्फ दिल्ली के लिए ही खेला और वो सब यहां रहते भी हैं. फिर भी ऐसा कहा जा रहा है.
डीडीसीए के पूर्व अध्यक्ष और वित्त मंत्री के बेटे रोहन जेटली के मैदान में उतरने के बाद अध्यक्ष पद के लिए चुनाव को अब बहुत महत्व दिया जा रहा है. बता दें कि दिल्ली उच्च न्यायालय के आदेश के बाद छह सप्ताह के भीतर पदों के लिए चुनाव होना अपेक्षित है.
यह भी पढ़ेंः
1983 World Cup फाइनल से पहले खिलाड़ियों के लिए किया गया था 25 हजार के बोनस का एलान
सचिन तेंदुलकर के हमशक्ल पर टूटा मुश्किलों का पहाड़, नौकरी गई और कोरोना टेस्ट भी पॉजिटिव आया