सचिन तेंदुलकर के साथ विराट की पहली मुलाकात थी बेहद मज़ेदार, कैप्टन कोहली ने खुद सुनाया पूरा किस्सा
टीम इंडिया के कैप्टन विराट कोहली की पूर्व इंडियन क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर के साथ पहले मुलाकात बेहद दिलचस्प औ मज़ेदार थी. एक इंटरव्यू में उन्होंने सचिन के साथ ड्रेसिंग रूम में अपनी पहली मुलाकात का पूरा किस्सा सुनाया.
भारतीय क्रिकेट टीम के मौजूदा कप्तान विराट कोहली की गिनती विश्व के दिग्गज बल्लेबाज़ों में की जाती है. इंटरनेशनल क्रिकेट में सचिन तेंदुलकर के बाद सबसे ज्यादा शतक लगाने वाले कोहली तीनों फॉर्मेट में 50 से ज्यादा की औसत से रन बनाने वाले इकलौते क्रिकेटर हैं. हालांकि, करोड़ो भारतीय की तरह कोहली भी पूर्व भारतीय क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर के बहुत बड़े फैन हैं. फेमस शो ब्रेकफास्ट विथ चैंपियन में उन्होंने सचिन के साथ अपनी पहली मुलाकात के बारे में बात की है.
विराट ने सुनाया मज़ेदार किस्सा
इंटरव्यू में सचिन के साथ अपनी पहली मुलाकात के बारे में बात करते हुए इंडियन कैप्टन ने कहा, "मैं दो दिन से उनसे (सचिन तेंदुलकर) मिलने का प्लान बना रहा था. मैंने किसी से बोला था कि मुझे बहुत घबराहाट हो रही है, मैं सचिन पाजी से इंडियन ड्रेसिंग रूम में मिलूंगा. इन लोगों ने प्लान बनाया और मुझसे कहा कि जो भी टीम में नया आता है वो पाजी के सामने माथा टेकता है. मैं इनकी बात मान गया. मैं उनसे मिला, मैंने कहा हेल्ले पाजी, जैसे ही मैं उनके पैरों में जाने लगा, वो बोले क्या कर रहा है. मैंने उन्हें बताया कि इन लोगों ने बोला है कि पहले आपके पैरों में माथा टेकना होता है. तो उन्होंने बताया कि नहीं, ये लोग तुम्हारी टांग खींच रहे हैं."
कोहली आगे बोलते हैं कि उनसे ऐसा करने को युवराज सिंह, हरभजन सिंह, इरफान पठान और मुनाफ पटेल ने बोला था. उन्होंने आगे बताया कि इसमें सबसे बड़ी भूमिका मुनाफ पटेल की थी. उसने बोला था कि कुछ भी हो ऐसा करना ही पड़ेगा.
कोहली आगे कहते हैं कि जब मैं पहली बार इंडियन ड्रेसिंग रूम में सचिन पाजी से मिला तो मैं उन्हें देखता ही रहा. मुझे ये अहसास ही नहीं हो रहा था कि बीच में कोई टीवी स्क्रीन नहीं है. मेरे लिए वो बेहद ही खास पल था.
सचिन के साथ तुलना पर ये बोले विराट
इंटरव्यू में जब उनसे पूछा गया कि जब आपकी तुलना सचिन तेंदुलकर से होती है तो आपको कैसा लगता है. इसके जवाब में कोहली ने कहा कि आप मेरी तुलना ऐसे इंसान से करते हो, जिसकी वजह से मैंने क्रिकेट खेलना शुरू किया. स्किल लेवल में मेरा उनसे कोई मुकाबला ही नहीं है. वह दुनिया के इकलौते कंप्लीट बल्लेबाज़ हैं. उनके साथ मेरी तुलनी हो ही नहीं सकती. क्योंकि उन्होंने जो हमें दिया है. उनसे हमारी तुलना ही नहीं हो सकती है.
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