IND vs AUS: हर साल क्रिसमस के अगले दिन यानी 26 दिसंबर को होने वाले टेस्ट मैचों को बॉक्सिंग-डे टेस्ट मैच कहा जाता है. आज भी 26 दिसंबर है, और आज दो बड़े बॉक्सिंग-डे टेस्ट मैच खेले जा रहे हैं. एक ओर ऑस्ट्रेलिया और पाकिस्तान के बीच मेलबर्न में बॉक्सिंग-डे टेस्ट मैच शुरू हो चुका है, और दूसरी ओर साउथ अफ्रीका और भारत के खिलाफ सेंचुरियन के मैदान पर शुरू होने वाला है.
बॉक्सिंग-डे टेस्ट मैच को काफी ऐतिहासिक माना जाता है. अब अगर इतने ऐतिहासिक टेस्ट मैच की बात हो रही हो, और उसमें भारत के लिए टेस्ट फॉर्मेट में दो तिहरा शतक लगाने वाले बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग का नाम ना आए, ऐसा कैसे हो सकता है.
बॉक्सिंग-डे टेस्ट में बरसा था सहवाग का बल्ला
वीरेंद्र सहवाग ने भी बॉक्सिंग-डे टेस्ट मैच में एक बेहद शानदार पारी खेलकर इसे अपने लिए ऐतिहासिक बनाया था. दरअसल, आज से ठीक 20 साल पहले 26 दिसंबर, 2003 को भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड पर बॉक्सिंग-डे टेस्ट मैच खेला गया था. वह मैच ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट इतिहास की सबसे अच्छी टीम से था.
उस मैच में भारत ने 26 दिसंबर, 2003 यानी मैच के पहले दिन ही बल्लेबाजी की थी, और भारत की ओर से ओपनिंग करने के लिए पूर्व क्रिकेटर आकाश चोपड़ा और वीरेंद्र सहवाग आए थे. इन दोनों खिलाड़ियों ने मिलकर पहले विकेट के लिए 141 रनों की एक शानदार साझेदारी की थी, जिसमें आकाश चोपड़ा ने 138 गेंदों में 48 रन बनाए थे.
एक ही दिन में बना डाले 195 रन
भारत की उस पारी में वीरेंद्र सहवाग ने मैच के पहले दिन ही 195 रन बना दिए थे.सहवाग ने 233 गेंदों में 83.69 की स्ट्राइक रेट से 195 रन बनाए थे, जिसमें 25 चौके और 5 छक्के शामिल थे. सहवाग का दोहरा शतक होने में सिर्फ 5 रन बाकी थे, लेकिन उस मैच के पहले दिन 79वें ओवर करने साइमन कैटिच आए थे. वह एक पार्ट टाइम गेंदबाज थे, और उनकी गेंद पर एक बड़ा शॉट लगाकर दोहरा शतक बनाने के चक्कर में सहवाग का कैच नेथन ब्रैकन ने पकड़ लिया और वो आउट हो गए.
सहवाग और आकाश के अलावा उस पारी में राहुल द्रविड़ ने 49, और कप्तान सौरव गांगुली ने 37 रन बनाए थे. इन तीनों के अलावा कोई खिलाड़ी 20 रनों की पारी भी नहीं खेल पाया था. भारत ने पहली पारी में कुल 366 रन बनाए, लेकिन ऑस्ट्रेलिया ने पहली पारी में 558 रन बना डाले, जिसमें रिकी पोंटिंग के 257 रनों की एक शानदार पारी भी शामिल थी. भारत ने अपनी दूसरी पारी में 286 रन बनाए, और ऑस्ट्रेलिया को सिर्फ 95 रनों का टारगेट मिला, जिसे उन्होंने सिर्फ एक विकेट गंवाकर हासिल कर लिया, और 9 विकेट से भारत को हरा दिया था.