Wasim Akram On Sachin Tendulkar Run Out: अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में शायद ही कोई ऐसा मैच हो जिसमें भारत और पाकिस्तान के मुकाबले की तरह जोश दिखता हो. अब दोनों देशों के बीच सिर्फ अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट के दौरान मैच खेले जाते हैं. भारत-पाकिस्तान के बीच वनडे और टी20 में ही नहीं बल्कि टेस्ट में भी मैदान पर कई बार गहमागहमी देखने को मिली है. साल 1999 में एक ऐसा ही टेस्ट मैच कोलकाता में खेला गया. एशियन टेस्ट चैंपियनशिप के इस मुकाबले में सचिन के रन आउट होने पर काफी बवाल हुआ था. सचिन को जिस तरह रन आउट किया गया यह बात ईडन गार्डन्स पर मौजूद दर्शकों को पसंद नहीं आई. उन्होंने पाकिस्तान टीम के खराब व्यवहार को देखते हुए खिलाड़ियों पर बोलत और पत्थर फेंके. अब कई साल बाद वसीम अकरम ने उस घटना का जिक्र अपनी बायोग्राफी सुल्तान ए मेमॉयर में किया है.
सचिन के रन आउट पर हुआ बवाल
कोलकाता टेस्ट मैच की पहली पारी में सचिन तेंदुलकर अपना खाता नहीं खोल पाए थे. शोएब अख्तर ने उन्हें पहली गेंद पर बोल्ड कर दिया था. इसके बाद दूसरी पारी में जो कुछ हुआ उससे पूरी दुनिया वाकिफ है. सचिन दूसरी पारी में बैटिंग के दौरान जब रन ले रहे थे तो ऐसे में शोएब अख्तर उनके सामने आ गए. वह सचिन अख्तर से टकरा गए. उस समय कप्तान वसीम अकरम बॉलिंग कर रहे थे. सब्स्टीट्यूट नदीम खान ने सचिन को रन आउट कर दिया. जिस पर बाद में विवाद हो गया. ईडन गार्डन्स पर पाकिस्तान के इस रवैये से दर्शक सहमत नहीं थे. मेहमान टीम के खिलाड़ियों ने अपील की और अंपायर ने सचिन को रन आउट दे दिया. इसके बाद दर्शकों ने पाकिस्तानी खिलाड़ियों को अपशब्द कहे और पथराव किया. वसीम अकरम ने अपनी आत्मकथा ए मेमॉयर में इस घटना का जिक्र किया है. उनके मुताबिक, मैच रेफरी और भारत के पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर ने उनसे संपर्क किया था.
वे मुझसे नफरत करेंगे
सचिन के रन आउट विवाद के चलते मैच काफी देर रुका रहा. वसीम अकरम अपनी आत्मकथा में लिखते हैं, ब्रेक के दौरान मैच रेफरी ने सुनील गावस्कर के साथ मुझसे संपर्क किया. गावस्कर ने मुझसे कहा, वसीम हम चाहते हैं कि आपको सचिन को बैटिंग के लिए बुलाना चाहिए. भारत में लोग आपसे प्यार करेंगे. सनी को पता था कि कोलकाता की भीड़ कितनी पक्षपाती हो सकती है. लेकिन चिंता करने के लिए मेरे अपने प्रशंसक थे. अकरम ने कहा, सनी भाई वे मुझसे भारत में प्यार कर सकते हैं, लेकिन वे मुझसे पाकिस्तान में नफरत करेंगे. मैंने कहा यह मेरा निर्णय नहीं है. अंपायर ने सचिन को आउट दिया है. अब मुझे अपील खारिज करने के लिए काफी देर हो गई है. खेल जारी है. हम जानते हैं यह एक हादसा है लेकिन क्रिकेट हादसों से भरा है. सुधार करना कप्तानों के बस की बात नहीं है.
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