टेस्ट क्रिकेट में हमेशा ऐसी बहस देखने को मिलती है कि भारत के सलामी बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग ने इस खेल की परिभाषा को बदला है. हालांकि पाकिस्तान के पूर्व कप्तान वसीम अकरम ने कहा है कि टेस्ट में सलामी बल्लेबाजी की परिभाषा को बदलने वाले वीरेंद्र सहवाग नहीं थे बल्कि शाहिद अफरीदी थे.


अकरम ने यूट्यूब चैनल पर अफरीदी से बात करते हुए कहा, "टेस्ट क्रिकेट में सहवाग बाद में आए लेकिन 1999-00 में शाहिद अफरीदी ने सलामी बल्लेबाजी की मानसिकता को बदल दिया था. अगर मैं उनके सामने होता तो मुझे पता होता कि मैं उन्हें आउट कर लूंगा लेकिन मुझे यह भी पता होता कि मुझे बाउंड्रीज पड़ेंगी. वे कमजोर गेंदों को छक्के के लिए मारते थे."


बेहद छोटा रहा है अफरीदी का करियर


अकरम ने बताया कि अफरीदी 1999-00 में भारत का दौरा करने वाली पाकिस्तान टीम का हिस्सा नहीं होने वाले थे. उन्होंने कहा, "मैंने इमरान खान को फोन किया और कहा कि कप्तान मैं अफरीदी को भारत के दौरे पर ले जाना चाहता हूं लेकिन कुछ चयनकर्ता इसके लिए राजी नहीं हैं. उन्होंने मुझसे कहा कि तुम्हें इसे पक्के तौर पर ले जाना चाहिए वो एक-दो टेस्ट मैच जिता देगा और उससे ओपनिंग कराना."



हालांकि टेस्ट क्रिकेट में अफरीदी का करियर बेहद छोटा रहा है. अफरीदी ने सिर्फ 27 टेस्ट मैच खेले और उनमें 36.51 के औसत और 86.97 के स्ट्राइक रेट से 1716 रन बनाए. अफरीदी टेस्ट मैचों में 48 विकेट लेने में भी कामयाब रहे.


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