भारतीय क्रिकेट टीम के अनुभवी ओपनर बल्लेबाज रोहित शर्मा का मानना है कि वह मैदान पर उतरने के बाद शतक या दोहरा शतक लगाने के बारे में कभी नहीं सोचते. वेस्टइंडीज के खिलाफ चौथे वनडे मैच में 162 रनों की पारी खेलने के बाद रोहित ने कहा कि बल्लेबाजी करते हुए उनका मकसद सिर्फ बड़े स्कोर टीम को बेहतर स्थिति में पहुंचाना होता है.


ऐसे में दोहरे शतक के बारे में उन्होंने कहा, "बल्लेबाजी के दौरान मैं कभी भी शतक या दोहरे शतक के बारे में नहीं सोचता. मैं केवल मैदान पर उतरकर बल्लेबाजी करते हुए अच्छे रन बनाना और अपनी टीम के मजबूत स्थिति में पहुंचाने के बारे में सोचता हूं."


रोहित ने कहा, "मैंने आईसीसी में बहुत क्रिकेट खेला है और हमेशा ब्रेबॉर्न स्टेडियम में बल्लेबाजी करने का आनंद लिया है. यह अच्छी पिच है और आपको अच्छे शॉट मिलते हैं. ऐसे में जब आप एक ऐसे मैदान पर कदम रखते हैं, जहां आपने कई बार मैच खेले हैं, तो आप हमेशा आत्मविश्वास के साथ उतरते हैं."


रोहित ने कहा कि सोमवार को खेले गए मैच के दौरान वह इसी आत्मविश्वास के साथ मैदान पर उतरे थे. वह इस पिच को समझते हैं और स्पिन गेंदबाजी में इस पिच की प्रतिक्रिया को भी. ऐसी चीजें काफी अहम होती हैं.