भारतीय क्रिकेट टीम टी20 सीरीज़ में बराबरी के बाद अब टेस्ट सीरीज़ में इतिहास रचने की दहलीज़ पर खड़ी है. टीम इंडिया टेस्ट में 2-1 से आगे है और ऐसी उम्मीद है कि भारत टेस्ट सीरीज़ जीत जाएगा.


इसके बाद टीम इंडिया 12 जनवरी से फिर से ब्लू जर्सी में ऑस्ट्रेलियाई टीम का सामना करती नज़र आएगी. टीम इंडिया 12 जनवरी से ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 3 मैचों की वनडे सीरीज़ खेलेगी. जहां फैंस को वनडे क्रिकेट का इंतज़ार है वहीं उन्हें उससे भी ज्यादा इंतज़ार है अपने सबसे चहीते कप्तान एमएस धोनी के मैदान पर उतरने का.


धोनी वनडे सीरीज़ के लिए ऑस्ट्रेलिया रवाना होने वाले है. लेकिन उससे ठीक पहले वो रांची के देवड़ी माता के मंदिर में दर्शन करते देखे गए. धोनी ने बीते शुक्रवार को रांची के इस प्रसिद्ध मंदिर में दर्शन किए. पूर्जा-अर्चना की और करीब आधे-घंटे तक भजन-कीर्तन में हिस्सा भी लिया. धोनी जब भी रांची आते हैं तो देवड़ी माता मंदिर में दर्शन करने जरूर जाते हैं.






धोनी की माता के अंदर बहुत अधिक आस्था है और वो अकसर किसी भी सीरीज़ की शुरुआत या अंत में यहां दर्शन कर टीम और खुद की सफलता के लिए प्रार्थना करते हैं.


एमएस धोनी ऑस्ट्रेलिया के दौरे की शुरुआत में टी20 टीम से बाहर कर दिया गया था. लेकिन अब उनकी एक बार फिर से न्यूज़ीलैंड दौरे की टी20 टीम में वापसी हो गई है. जबकि धोनी अब भी वनडे टीम का हिस्सा बरकरार हैं.


धोनी टेस्ट क्रिकेट से साल 2014 के आखिर में ही संन्यास ले चुके हैं, खराब फॉर्म से गुज़र रहे धोनी के ऊपर टीम में बने रहने की तलवार भी लटकी हुई है. क्योंकि उनके विकल्प के तौर पर अब लोग रिषभ पंत को देखने लगे हैं जिन्होंने पहले इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया में भी खुद को साबित किया है.


हालांकि अभी रिषभ की धोनी से तुलना करना बेमानी होगी, क्योंकि रिषभ को अब भी खुद को शॉर्टर फॉर्मट में साबित करना है. जबकि धोनी ने 50 के बेमिसाल औसत से वनडे क्रिकेट में 10173 रन बनाए हैं.