WATCH: पहले टेस्ट में निरोशन डिकवेला पर भड़के कप्तान कोहली, मैदानी अंपायर ने किया बीच-बचाव
टीम इंडिया और श्रीलंका के बीच कोलकाता में खेला गया पहला टेस्ट मैच ड्रॉ हो गया. टीम इंडिया ने खेल के पांचवे दिन जीत के लिए पुरजोर कोशिश की लेकिन श्रीलंकाई बल्लेबाजों ने मैदान पर कुछ ऐसा किया कि जीत टीम इंडिया के हाथ से निकल गई.
नई दिल्ली: टीम इंडिया और श्रीलंका के बीच कोलकाता में खेला गया पहला टेस्ट मैच ड्रॉ हो गया. टीम इंडिया ने खेल के पांचवे दिन जीत के लिए पुरजोर कोशिश की लेकिन श्रीलंकाई बल्लेबाजों ने मैदान पर कुछ ऐसा किया कि जीत टीम इंडिया के हाथ से निकल गई.
पहली पारी में श्रीलंकाई गेंदबाजों के आगे संघर्ष करने वाली भारतीय टीम ने दूसरी पारी में जबरदस्त वापसी की. पहली पारी में टीम इंडिया ने 172 और दूसरी पारी 352 रन पर अपनी पारी घोषित कर पांचवे दिन श्रीलंका को जीत के लिए 231 रनों का लक्ष्य दिया.
लक्ष्य का पीछा करने उतरी श्रीलंकाई टीम पर शुरु से ही भारतीय गेंदबाज हावी हो गए. तेज गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार ने श्रीलंका के ओपनर बल्लेबाज सदेरा समरविक्रम को पहले ही ओवर में बोल्ड कर दिया.
भारतीय गेंदबाजों के आगे श्रीलंकाई बल्लेबाज पूरी तरह से लड़खड़ा रहे थे और सिर्फ 70 रन के भीतर टीम ने अपने अपने पांच विकेट गंवा दिए लेकिन मामला उस वक्त बिगड़ गया जब अपनी हार को नजदीक देख श्रीलंकाई बल्लेबाज निरोशन डिकवेला ने मैच ड्रॉ कराने के लिए समय खराब करना शुरु कर दिया.
दरअसल तीसरे सेशन में टीम इंडिया मैच जीतने की पूरी कोशिश में जुटी थी लेकिन श्रीलंकाई खिलाड़ियों ने अपनी हार को टालने के लिए समय खराब करने की तकनीक का सहारा लिया.
विवाद तब और अधिक बढ़ गया जब पारी के 19वें ओवर में मोहम्मद शमी की गेंद पर निरोशन डिकवेला खेलने को तैयार नहीं हुए. इस पर शमी ने अपनी नाराजगी दिखाई इस बीच दोनों खिलाड़ियों के बीच कुछ कहा सुनी भी हुई. शमी फिर से गेंद डालने के लिए तैयार हुए लेकिन एक बार फिर डिकवेला खेलने को तैयार नहीं हुए.
डिकवेला को ऐसा करते देख कप्तान कोहली ने भी अपना आपा खो दिया और वे डिकवेला से बात करने उनके पास आ गए, मामले की गंभीरता को देख मैदानी अंपायर को विवाद सुलझाने के लिए बीच में आना पड़ा.
श्रीलंका की टीम आखिरी में अपने सात विकेट खो दिए थे. श्रीलंकाई खिलाड़ी अगर समय बर्बाद करने की रणनीति नहीं अपनाते तो शायद टीम इंडिया यह मैच जीत भी सकती थी.