भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेले जा रहे तीसरे वनडे मुकाबले में ऑस्ट्रेलियाई टीम ने पहले बल्लेबाज़ी करते हुए भारत के सामने 313 रनों का विशाल स्कोर खड़ा किया है. लेकिन एक वक्त पर ऑस्ट्रेलियाई कप्तान एरॉन फिंच और उस्मान ख्वाजा के बीच हुई 193 रनों की पहले विकेट की साझेदारी से ऐसा लग रहा था कि भारत को आज विशाल स्कोर हासिल करना पड़ा सकता है.


लेकिन पहले कुलदीप ने फिंच को आउट कर भारत की मैच में वापसी करवाई. लेकिन इसके बाद भी ऑस्ट्रेलियाई विस्फोटक बल्लेबाज़ ग्लेन मैक्सवेल भारत के लिए मुसीबत बनने ही जा रहे थे कि एमएस धोनी ने ऐसा कमाल दिखाया कि उन्हें वापस पवेलियन लौटना ही पड़ा. इतना ही नहीं उन्होंने अपने घरेलू मैदान पर भी अपना कमाल फैंस को दिखा दिया.


दरअसल ऑस्ट्रेलियाई पारी के 42वें ओवर की आखिरी गेंद थी, कुलदीप यादव गेंदबाज़ी कर रहे थे. तभी शॉन मार्श ने कवर्स की दिशा में एक तेज़ प्रहार वाला शॉट मारा. लेकिन इस गेंद के रास्ते में रविन्द्र जडेजा आ गए. उन्होंने गेंद को तेज़ी से पकड़ा और अपनी चीते सी फुर्ती से धोनी की ओर फेंक दिया. हालांकि जल्दबाज़ी में उनकी थ्रो स्टम्पस पर नहीं लग रही थी और विकेटों के ऊपर से जाती दिख रही थी. तब ही धोनी ने गेंद को कलेक्ट कर समय जाया नहीं किया. बल्कि बेल्स के ऊपर से उड़ती जा रही गेंद को उन्होंने बस हाथ से दिशा दिखाई और गिल्लियां उड़ा दी.


मैक्सवेल, कॉमेंटेटर, फील्डर और अंपायर तक को ये समझ नहीं आया कि आखिर किस तरह से धोनी ने इतनी फुर्ती और समझदारी दिखाकर मैक्सवेल को चलता कर दिया.


भारत के नज़रिये से ये विकेट इसलिए भी महत्वपूर्ण था क्योंकि मैक्सवेल उस समय क्रीज़ पर महज़ 31 गेंदों में 47 रन बनाकर खेल रहे थे. वो तब तक 3 छक्के और 3 चौके भी जमा चुके थे.


देखें धोनी का ये कमाल: