आईसीसी क्रिकेट विश्वकप 2019 में पॉइंट्स टेबल को टॉप करते हुए सेमीफाइनल तक पहुंची भारतीय टीम 45 मिनट के खराब खेल से हारकर टूर्नामेंट से बाहर हो गई. ऐसा खुद टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली ने न्यूज़ीलैंड के खिलाफ 18 रनों की हार के बाद कहा. साथ ही उन्होंने इस बात का भी समर्थन किया कि क्रिकेट विश्वकप में भी आईपीएल जैसा प्लेऑफ सिस्टम लागू हो सकता है.
कोहली ने स्वीकार किया कि भारत ने 240 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए पहले 45 मिनट में ही मैच गंवा दिया था जिससे करोड़ों दर्शकों की उम्मीदें टूट गयी थीं जबकि टीम लीग चरण में शीर्ष पर रही थी.
यह पूछने पर कि क्या भविष्य में आईपीएल की शैली का प्लेआफ विकल्प होना चाहिए तो कोहली ने कहा, ‘‘कौन जानता है कि भविष्य में शायद ऐसा हो जाये. अगर तालिका में शीर्ष पर रहना मायने रखता है तो मुझे लगता है कि टूर्नामेंट के स्तर को देखते हुए इन चीजों पर विचार किया जा सकता है. ’’
उन्होंने कहा, ‘‘यह सचमुच उचित बात है. आप नहीं जानते कि कब यह लागू हो जाये.’’
भारतीय कप्तान ने हालांकि स्वीकार किया कि सेमीफाइनल प्रारूप का अपना ही मजा है क्योंकि इससे टूर्नामेंट में टीम का पिछला प्रदर्शन मायने नहीं रहता.
उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन मुझे लगता है कि यह चुनौती है और इन मैचों का अपना ही अलग तरह का मजा है क्योंकि आपका उसी दिन का खेल मायने रखता है. आप इससे पहले कैसा खेले हो यह मायने नहीं रखता. नया दिन होता है, नयी शुरूआत और अगर आप अच्छा नहीं करते तो आप घर जाओ.’’
उन्होंने कहा, ‘‘इसलिये आपको स्वीकार करना होता है. सभी टीमों के पास अलग तरह की चुनौती होती है और उन्हें अपने खेल में शीर्ष पर होना चाहिए और जो भी ऐसा करता है उसके हक में नतीजा होता है, जैसा कि आज आपने देखा.’’