रवीन्द्र जडेजा(90 रन) की ऐतिहासिक और एमएस धोनी(60 रन) की साहसिक पारी भी भारतीय बल्लेबाज़ों के खराब प्रदर्शन से टीम को पार नहीं पहुंचा सकी. भारतीय टीम का चौथी बार आईसीसी क्रिकेट विश्वकप के फाइनल में पहुंचने का सपना आज टूट गया. लेकिन इस हार के लिए कप्तान विराट कोहली ने बल्लेबाज़ों के खराब शॉट को इसके लिए जिम्मेदार माना.
विराट कोहली ने इस हार के बाद कहा, ''हमारे लिए मैच का पहला हाफ काफी अच्छा था, हमने बहुत अच्छा खेल दिखाया. हमें जो करना चाहिए था हमने वही किया. हमने सोचा कि हमने न्यूज़ीलैंड को एक ऐसे स्कोर पर रोक लिया जिसे हम चेज़ कर सकते हैं. लेकिन जिस तरह से उन्होंने गेंदबाज़ी की उसने मैच में फर्क पैदा कर दिया.''
वहीं कप्तान विराट कोहली ने इस हार के बाद भी रविन्द्र जडेजा की तारीफ की और कहा, ''जडेजा ने दोनों मैचों में शानदार प्रदर्शन किया, उनका प्रदर्शन टीम के लिए एक पॉज़ीटिव चीज़ है. ये स्वीकार करना मुश्किल है लेकिन न्यूज़ीलैंड की टीम इस जीत को डिज़र्व करती है. उन्होंने हमें दबाव में रखा.''
साथ ही कप्तान ने बताया कि टीम के बल्लेबाज़ों का शॉट सलेक्शन बहुत खराब था. जिसकी वजह से ये हार देखनी पड़ी. हालांकि इसके साथ ही उन्होंने कहा कि टीम ने पूरे टूर्नामेंट में बेहतरीन खेल दिखाया लेकिन नॉआउट में न्यूज़ीलैंड की टीम ने हमसे ज्यादा बहादुरी से क्रिकेट खेला.
विराट कोहली ने मैच के बाद फैंस का भी धन्यवाद किया.
इंग्लैंड के मैनचेस्टर के ओल्ड ट्रेफर्ड में खेले गए विश्वकप 2019 के पहले सेमीफाइनल को न्यूज़ीलैंड ने 18 रनों से अपने नाम कर लिया है. न्यूज़ीलैंड की टीम ने रिज़र्व डे पर खेले गए इस मैच में पहले खेलते हुए 239 रन बनाए थे. भारत इस लक्ष्य का पीछा करने उतरा लेकिन वो 49.3 ओवर में 223 रन बनाकर ऑल-आउट हो गया.
न्यूज़ीलैंड की टीम ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाज़ी करते हुए 50 ओवर में 239 रन बनाए. जिसके बाद भारतीय टीम जडेजा और धोनी के बीच ऐतिहासिक 116 रनों की साझेदारी से लक्ष्य के करीब तो पहुंची लेकिन जीत से 18 रनों से महरूम रह गई.