बांग्लादेश को धूल चटाकर एशिया कप खिताब पर कब्ज़ा जमाने के बाद रोहित शर्मा की कप्तानी की जमकर तारीफ हो रही है. लेकिन कप्तानी के लिए सबसे अहम मंत्र शांत रहने का श्रेय उन्होंने पूर्व कप्तान एमएस धोनी को दे दिया है. साथ ही रोहित ने ये भी बताया कि मैदान पर धोनी हमेशा मदद के लिए तैयार रहे.
महेन्द्र सिंह धोनी का बल्ला एशिया कप में नहीं चला लेकिन श्रृंखला में नियमित कप्तान विराट कोहली की गैरमौजूदगी में भारतीय टीम की कमान संभालने वाले रोहित शर्मा को इस बात का फख्र है कि उन्होंने पूर्व कप्तान से दबाव की स्थिति में शांत रहने की कला सीख ली है.
कोच रवि शास्त्री ने भी नियमित कप्तान विराट कोहली की गैरमौजूदगी में धोनी तरह शांत रहने वाले रोहित की तारीफ की जिनकी कप्तानी में भारत ने एशिया कप का सातवां खिताब जीता.
रोहित ने कहा, ‘‘मैंने उन्हें इतने वर्षों से कप्तानी करते देखा है, वह कभी भी परेशान नहीं होते है. फैसला लेने में थोड़ा समय लेते हैं. ये ऐसी चीजे हैं जो मुझ में भी हैं.’’
मुंबई के इस कलात्मक बल्लेबाज ने धोनी की उन खूबियों के बारे में भी बताया जो उन्होंने अपनाने की कोशिश की.
उन्होंने कहा, ‘‘मैं सोचने के बाद ही कुछ प्रतिक्रिया देता हूं. हां, 50 ओवर के खेल में आपको समय मिल जाता है, आपके पास कुछ भी करने का समय होता है. मैंने उन्हें देखकर यह सीखा है. मैं उनकी कप्तानी में लंबे समय तक खेला हूं. जब भी जरूरत होती है वह सुझाव देने के लिए तैयार रहते है.’’
धोनी एशिया कप में अपने बल्ले से ज्यादा प्रभावित नहीं कर सके लेकिन शानदार विकेटकीपिंग और मैदान पर उनके रणनीतिक फैसले की खूब तारीफ हुई.
रोहित ने कहा, ‘‘हम धोनी भाई से हमेशा सीखते रहते हैं क्योंकि वह काफी महान कप्तान रहे हैं. मैदान पर जब भी हम किसी परेशानी में होते हैं तो वह मदद के लिए तैयार रहते हैं.’’