India vs New Zealand: चौथे वनडे में हार के बाद आज कप्तान रोहित शर्मा ने मैदान पर लिया टीम का 'टेस्ट'
कार्यवाहक कप्तान रोहित शर्मा की कप्तानी में टीम इंडिया ने सीरीज़ के आखिरी मैच में ना सिर्फ जीत हासिल की बल्कि अपनी टीम का टेस्ट भी लिया.
न्यूज़ीलैंड को उसी के घर में 4-1 से मात देकर टीम इंडिया का आत्मविश्वास सातवें आसमान पर है. सीरीज़ को पहले तीन मैचों में ही अपने नाम करने के बाद भारतीय टीम चौथे वनडे में बुरी तरह से हार गई थी. लेकिन अब सीरीज़ के आखिरी मैच को धमाकेदार अंदाज़ में जीतकर भारतीय टीम ने ये संदेश दे दिया है कि वो विश्वकप की प्रबल दावेदार टीम है.
टीम इंडिया की आज की जीत में सबसे खास बात ये रही कि कप्तान विराट कोहली की गैर-मौजूदगी के बावजूद कार्यवाहक कप्तान रोहित शर्मा की कप्तानी में टीम इंडिया ने सीरीज़ के आखिरी मैच में ना सिर्फ जीत हासिल की बल्कि अपनी टीम का टेस्ट भी लिया.
इस जीत के बाद रोहित शर्मा ने कहा कि हैमिल्टन में मिली करारी शिकस्त के बाद उनकी टीम कठिन परिस्थितियों में खुद को परखना चाहती थी. इतना ही नहीं उन्होंने ये भी कहा कि अगर सीरीज़ का आखिरी वनडे निर्णायक होता तो हम बाद में बल्लेबाज़ी करते.
रोहित ने मैच खत्म होने के बाद कहा, ‘‘हैमिल्टन में मिली हार बहुत बड़ी थी. हमें बतौर टीम एकजुट होने की जरूरत थी. मैं जानता था कि पिच पर कुछ नमी थी. अगर श्रृंखला जीवंत होती तो हम लक्ष्य का पीछा करना चाहते लेकिन हम आज खुद को परखना चाहते थे.’’
हालांकि बल्लेबाजी में रोहित केवल दो रन का योगदान दे सके. उन्होंने कहा, ‘‘जब हमने चार विकेट गंवा दिये थे, तो हमें सिर्फ किसी के मैदान पर टिकने की जरूरत थीं रायुडु और विजय शंकर ने ऐसा ही किया. दोनों के बीच साझेदारी ने हमारे लिये मैच का रूख पलट दिया और अंत में जिस तरह से हार्दिक और केदार खेले, वो शानदार था. टीम का जज्बा शानदार रहा.’’
उन्होंने अहम मौकों पर विकेट झटकने के लिये गेंदबाजों की भी तारीफ की. उन्होंने कहा, ‘‘अंत में विकेट सपाट हो गया था लेकिन एक समय ऐसा लग रहा था कि इस लक्ष्य को हासिल करना आसान है. लेकिन गेंदबाजी इकाई ने एकजुट होकर गेंदबाजी की और हमें जीत दिलायी. ’’
रोहित ने कहा, ‘‘शुरू में चार विकेट गंवाने के बाद चीजें आसान नहीं थी. हालांकि पिच पर 250 रन का स्कोर अच्छा था. गेंदबाजों ने अहम मौकों पर विकेट झटके. मैं इससे ज्यादा की उम्मीद नहीं कर सकता.’’