इंग्लैंड और वेस्टइंडीज के बीच 8 जुलाई से टेस्ट सीरीज शुरू होने जा रही है. वेस्टइंडीज के खिलाड़ियों ने नस्लभेद का विरोध करने के लिए इस सीरीज में ब्लैक लाइव्स मैटर के लोगो को अपनी शर्ट के कॉलर पर लगाने का फैसला किया है. अमेरिकी अश्वेत जॉर्ज फ्लॉयड की मौत के बाद से ही वेस्टइंडीज के क्रिकेटर नस्लभेद के विरोध में खुलकर बोल रहे हैं.


टीम के कप्तान जैसन होल्डर ने कहा, ''हमारा मानना है कि एकजुटतजा दिखाना और जागरूकता पैदा करने में मदद करना हमारा फर्ज है.'' बता दें आईसीसी से स्वीकृत लोगो को एलिशा होसाना ने डिजाइन किया है. इस महीने की शुरूआत में प्रीमियर लीग में सभी 20 क्लबों के खिलाड़ियों ने अपनी शर्ट पर यह लोगो पहना था.


होल्डर ने कहा, ''यह खेलों के इतिहास में और वेस्टइंडीज क्रिकेट टीम के लिये अहम क्षण है. हम यहां विजडन ट्राफी जीतने आये हैं लेकिन दुनिया में जो रहा है, उससे भी वाकिफ हैं और इंसाफ तथा समानता के लिये लड़ेंगे.''


होल्डर ने की कार्रवाई की मांग


होल्डर ने आगे कहा, ''युवा खिलाड़ियों के एक समूह के रूप में हमें वेस्टइंडीज क्रिकेट के समृद्ध इतिहास की जानकारी है और हमें पता है कि आने वाली नस्ल के लिये हम उस विरासत के वाहक हैं. हमने यह लोगो पहनने का फैसला हलके में नहीं लिया. हमें पता है कि चमड़ी के रंग पर टप्पणी करने पर कैसा लगता है. समानता और एकता जरूरी है. जब तक वह नहीं होगी, हम चुप नहीं बैठ सकते.''


होल्डर ने नस्लवाद के मामले में भी डोपिंग और भ्रष्टाचार की तरह कार्रवाई करने की मांग की है. होल्डर के अलावा नस्लभेद को लेकर वेस्टइंडीज टीम के बाकी खिलाड़ियों की आवाज भी बुलंद है. टीम के पूर्व कप्तान डैरेन सैमी आईपीएल में नस्लभेद टिप्पणी का शिकार होने का आरोप लगा चुके हैं.


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