वेस्टइंडीज के स्टार ऑलराउंडर ड्वेन ब्रावो का मानना है कि टी-10 क्रिकेट भी वही क्रांति ला सकता है जो 15 साल पहले टी-20 फॉर्मेट लेकर आया था. इससे पले उनके ही देश के साथी खिलाड़ी क्रिस गेल ने कहा था कि वह टी-10 फॉर्मेट को ओलम्पिक में देखना चाहते हैं. ये दोनों ही खिलाड़ी फिलहाल अबुधाबी टी-10 लीग की तैयारी में जुटे हैं.


वेस्टइंडीज के इस दिग्गज ऑलराउंडर ने कहा, "टी-10 रोमांचक टूर्नामेंट है और यह वैसी ही प्रतिस्पर्धा है जैसी कुछ साल पहले टी-20 थी. पूरी दुनिया में टी20 को इसी तरह प्रशंसकों ने हाथों हाथ लिया था. टी10 भी ऐसा ही कुछ कर सकता है."


ब्रावो ने आगे कहा, "इससे खिलाड़ियों का करियर भी लंबा हो सकता है. एक गेंदबाज के तौर पर मैं इसे चुनौती के रूप में लेता हूं, क्योंकि यह गेंदबाजों के अनुकूल फॉर्मेट नहीं है और इसमें दुनिया के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों का सामना करना है."


पिछले सीजन में ब्रावो के शानदार प्रदर्शन से मराठा अरेबियंस ने अबुधाबी टी10 लीग खिताब जीता था. लेकिन इस सीरीज में वह दिल्ली बुल्स के लिये खेलते दिखेंगे. इन दिनों त्रिनिदाद और टोबैगो में घर पर अभ्यास कर रहे ब्रावो ने कहा कि इस प्रारूप में फील्डिंग की काफी अहमियत है. उन्होंने कहा, "यह काफी महत्वपूर्ण है. मैं हमेशा कहता हूं कि फील्डिंग में बचाया गया हर रन आपके लक्ष्य में एक रन कम करता है. एक ईकाई के रूप में अच्छा क्षेत्ररक्षण बेहद जरूरी है."


टी-10 को ओलम्पिक में देखना पसंद करूंगा- गेल


गौरतलब है कि वेस्टइंडीज के अनुभवी बल्लेबाज क्रिस गेल ने कहा था कि वह टी-10 फॉर्मेट को ओलम्पिक में देखना पसंद करेंगे. उन्होंने कहा, "मैं निश्चित तौर पर टी-10 को ओलम्पिक में देखना पसंद करूंगा. आम नजरिए से यह क्रिकेट के लिए बड़ी बात होगी. मुझे लगता है कि टी-10 अमेरिका में आयोजित किया जा सकता है क्योंकि यह बड़ा मंच है."


यूनिवर्स बॉस ने आगे कहा, "मुझे लगता है कि काफी लोग अमेरिका को क्रिकेट के लिए नहीं जानते हैं, लेकिन टी-10 अमेरिका में आयोजित कराने के लिए काफी उपयुक्त है."


गेल टी-10 लीग के आने वाले संस्करण में टीम अबू धाबी से खेलेंगे. लीग की शुरुआत 28 जनवरी से हो रही है और यह टूर्नामेंट छह फरवरी तक चलेगा.


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