क्या है भारत- पाकिस्तान के सेमीफाइनल/फाइनल मैच में टकराने की संभावना, यहां जानिए पूरा गणित
इसके बाद पाकिस्तान को बांग्लादेश को हराना होगा और फिर इंगलैंड और श्रीलंका पर निर्भर होना होगा कि वो दोनों टीमें अपने अगले दो मैच हार जाए. कल के मैच से पहले भारत के पास ये मौका था कि वो या तो पहले पायदान पर चली जाती इंग्लैंड से जीतकर या फिर दूसरे या तीसरे पायदान पर रहती.
आईसीसी क्रिकेट वर्ल्ड कप 2019 का सफर अब अपने अंजाम तक पहुंच चुका है जहां बस अब नॉकआउट दौर की शुरूआत होने वाली है. प्वाइंट्स टेबल की अगर बात करें तो ऑस्ट्रेलिया की टीम नंबर 1 पायदान पर हैं तो वहीं दूसरे नंबर पर भारत, तीसरे पर न्यूजीलैंड और चौथे पर इंग्लैंड है. अफगानिस्तान के साथ मैच जीतकर पहले पाकिस्तान जहां चौथे नंबर पर पहुंच चुकी थी तो वहीं कल भारत के साथ इंग्लैंड ने मैच जीता और अब टीम पाकिस्तान से एक पायदान ऊपर यानी की चौथे नंबर पर पहुंच चुकी है. हालांकि अभी तक भारतीय टीम इस टूर्नामेंट में एक भी मैच नहीं हारी थी लेकिन कल इंग्लैंड ने उसे 31 रनों से हराकर जीत की लय पर विराम लगा दिया.
लेकिन अब यहां सबसे बड़ा सवाल यही है क्या भारत और पाकिस्तान के बीच एक बार फिर सेमीफाइनल या फिर फाइनल मुकाबला हो सकता है? हाल ही में भारत ने पाकिस्तान को 16 जून को DLS नियम की मदद से 89 रनों से हराया था. लेकिन अगर दोनों टीम सेमीफाइनल या फाइनल में टकराती है तो ये आईसीसी और फैंस के लिए क्रिकेट का सबसे बड़ा मुकाबला साबित हो सकता है.
अगर ऐसा मुमकिन होता है तो भारत और पाकिस्तान के साथ पहली बार ऐसा होगा जब एक ही एडिशन में लगातार दो बार दोनों टीमें टकराएंगी तो वहीं तीसरी बार ऐसा होगा जब नॉकआउट में टीमें एक दूसरे से भिड़ेंगी. इससे पहले ऐसा साल 1996 बैंगलोर और साल 2011 मोहाली में हो चुका है. लेकिन क्या ये टीमें नॉकआउट में टकरा सकती है? खैर लग तो ऐसा ही रहा है.
क्या करना होगा
कल के मैच से पहले भारत के पास ये मौका था कि वो या तो पहले पायदान पर चली जाती इंग्लैंड से जीतकर या फिर दूसरे या तीसरे पायदान पर रहती. वहीं पाकिस्तान पूरे मैच के बाद तीसरे पायदान पर रहती. ऐसे में सेमीफाइनल की संभावना हो सकती थी. लेकिन कल इंग्लैंड ने भारत को हराकर पूरा खेल ही बिगाड़ दिया और अब पाकिस्तान सेमीफाइनल से बाहर होने के कगार पर है. यहां पर गौर करने वाली बात ये है कि सेमीफाइनल की टक्कर पहले और चौथी नंबर की टीम के बीच होगा और दूसरे और तीसरी नंबर की टीम के बीच होगा.
क्या है संभावनाएं?
लेकिन अब जब भारत अपना मुकाबला हार गई है और दूसरे पायदान पर है तो उसे अब श्रीलंका और बांग्लादेश को हराना होगा नहीं तो ऑस्ट्रेलिया की टीम पर निर्भर होना होगा. यानी की भारत अगर पाकिस्तान के साथ खेलना चाहती है तो ऑस्ट्रेलिया को अपने मुकाबले में दक्षिण अफ्रीका को हराना होगा. अगर ऑस्ट्रेलिया अपने मैच में अफ्रीका को हरा देती है. तो भारत पहले से ही नंबर 2 पर है. इसके बाद पाकिस्तान को बांग्लादेश को हराना होगा और फिर इंगलैंड और श्रीलंका पर निर्भर होना होगा कि वो दोनों टीमें अपने अगले दो मैच हार जाए. इसके बाद टीम चौथे पायदान पर आ जाएगी. इसके बाद नेट रन रेट देखा जाएगा जहां पाकिस्तान के रन रेट को देखते हुए इतनी संभावनाए हैं कि टीम चौथे नंबर पर आ जाएगी.
वहीं अब भारत अगर अपने बचे हुए सभी मैच जीतता है और ऑस्ट्रेलिया अपने मुकाबले में अफ्रीका को हरा देता है तो कुछ मुमकिन हो सकता है. वहीं अगर पाकिस्तान बांग्लादेश को बुरी तरह से हरा देता है तो इसके बाद इंग्लैंड पर निर्भर करता है कि वो न्यूजीलैंड को बुरी तरह हराता है या नहीं. अगर ऐसा होता है तो पाकिस्तान अपने नेट रन रेट की मदद से तीसरे नंबर पर आ सकता है. ऐसे में भारत और पाकिस्तान 11 जुलाई को एड्जबेस्टन में सेमीफाइनल मुकाबला खेल सकते हैं.
क्या है फाइनल की संभावनाएं?
अगर दोनों टीमें फाइनल खेलना चाहती हैं तो भारत को दूसरे और पाकिस्तान को चौथे नंबर पर रहना होगा. वहीं ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड भी अगर लिस्ट में रहते हैं तो ऐसे में ऑस्ट्रेलिया का मुकाबला पाकिस्तान से होगा और न्यूजीलैंड का भारत से. पाकिस्तान अगर ऑस्ट्रेलिया को हरा दे और भारत अगर न्यूजीलैंड को हरा दे तो 14 जुलाई को लॉर्ड्स के मैदान पर दोनों टीमों के बीच फाइनल मुकाबला देखने को मिल सकता है. लेकिन इस बीच अगर इंग्लैंड अपने दोनों मैच जीत जाती है तो इस सपने पर पूरा पानी फिर जाएगा.