क्रिकेट में क्या होता है डायमंड डक? कैसे ये गोल्डन डक से है अलग, जानिए यहां
Diamond Duck: क्रिकेट के मैदान पर साल 1866 से डक शब्द का इस्तेमाल शुरू हुआ. ऐसे में आज हम आपको डायमंड डक के बारे में बताएंगे.
Diamond Duck in Cricket: क्रिकेट में जब भी कोई बल्लेबाज जीरो पर आउट होता है तो उसे डक पर आउट होना कहा जाता है. इसके अलावा अगर बैट्समैन पहली गेंद पर पवेलियन लौट जाता है तो उसे हम गोल्डन डक कहते हैं. पर क्रिकेट में गोल्डन के अलावा बल्लेबाज डायमंड डक पर भी आउट होता है. ऐसे में अगर आपको नहीं पता है तो आज हम डायमंड डक किसे कहते हैं यह बताएंगे.
क्या होता है डायमंड डक
क्रिकेट के मैदान पर जब कोई बल्लेबाज बिना कोई गेंद खेले ही आउट हो जाए तो उसे डायमंड डक कहा जाता है. इसके अनुसार बल्लेबाज जब नॉन-स्ट्राइकर एंड पर खड़ा होता है और रन लेते हुए बिना कोई गेंद खेले शून्य पर आउट हो जाता है तो वो डायमंड डक कहलाता है. इसके अलावा अगर बल्लेबाज वाइड गेंद पर स्टंप हो जाए तब भी वह डायमंड डक ही कहलाता है.
गोल्डेन ही नहीं सिल्वर और ब्रॉन्ज डक भी हैं प्रचलित
जब कोई बल्लेबाज अपनी पारी की पहली ही गेंद पर बिना रन बनाए आउट होता है तो उसे गोल्डन डक कहा जाता है. बिना रन बनाए जब बल्लेबाज दूसरी गेंद पर आउट होता है तो इसे सिल्वर डक कहते हैं. वहीं गोल्डन और सिल्वर की तर्ज पर ही ब्रॉन्ज डक टर्म का इस्तेमाल तब किया जाता है. जब खिलाड़ी अपनी पारी की तीसरी गेंद पर बिना रन बनाए आउट हो जाता है.
कहां से आया डक शब्द
17 जुलाई 1866 को खेले गए एक क्रिकेट मैच के दौरान वेल्स के प्रिन्स शून्य पर आउट हो गए थे. इसके बाद अगले दिन अखबार ने यह हेडलाइन दी थी कि प्रिन्स ‘डक्स एग’ पर आउट होकर शाही पवेलियन लौट गए. इस हेडलाइन के बाद से ही क्रिकेट में डक काफी प्रचलित हो गया और शून्य पर आउट होने वाले खिलाड़ी को गोल्डन, डायमंड, सिल्वर और ब्रॉन्ज डक की उपाधि दी जाने लगी.
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