T20 World Cup: टी-20 वर्ल्ड कप के ग्रुप-1 में दक्षिण अफ्रीका ने 5 में से 4 मुकाबलों में जीत दर्ज की थी. इसके बावजूद वह सेमीफाइनल में नहीं पहुंच पाया. जबकि इतने ही मुकाबले जीतकर ऑस्ट्रेलिया ने सेमीफाइनल में जगह पक्की कर ली. ऐसा ऑस्ट्रेलिया के बेहतर नेट रन रेट की वजह से हुआ.
क्रिकेट प्रेमी अक्सर नेट रन रेट का गणित नहीं समझ पाते. कुछ लोग इसकी गणना तो कर लेते हैं लेकिन वह सटीक नहीं होती. ऐसे में हम आज आपको क्रिकेट में नेट रन रेट का पूरा कैलकुलेशन कैसे होता है, इसका पूरा गणित समझा रहे हैं.
क्या है नेट रन रेट का फार्मूला?
किसी टीम का नेट रन रेट निकालने के लिए 4 चीजें पता होना जरूरी हैं-
1. टीम ने कुल कितने ओवर खेले
2. टीम ने कुल कितने रन बनाए
3. टीम ने कुल कितने ओवर फेंके
4. टीम के खिलाफ कितने रन बने
जब आपके पास इन चारों की गिनती हो तो फिर इसे एक फार्मूले में रखा जाता है. यह फार्मूला है..
नेट रन रेट = टीम ने कुल कितने रन बनाए/टीम ने कुल कितने ओवर खेले - टीम के खिलाफ कितने रन बने/टीम ने कुल कितने ओवर फेंके
यानी सबसे पहले टीम के टोटल रन को उसने जितने ओवर खेले हैं उनसे भाग दिया जाता है. ठीक इसी तरह उस टीम के खिलाफ जितने रन बने हैं उसे टीम द्वारा फेंके गए ओवर्स से भाग दिया जाता है. इसके बाद पहले आए टोटल में से दूसरे टोटल को घटा दिया जाता है. अब जो बचता है, वो आपकी टीम का नेट रन रेट कहलाता है.
इसमें वह बातें जो ध्यान रखी जाती हैं..
1. टीम ने कितने विकेट लिए हैं या कितने खोए हैं, इस बात का नेट रन रेट पर कोई फर्क नहीं पड़ता.
2. अगर कोई टीम 20 ओवर के पहले ही ऑलआउट हो जाती है तो फार्मूले में टीम के सारे ओवर की गणना शामिल होती है.
3. अगर किसी टीम ने 15.3 ओवर में ही लक्ष्य हासिल कर लिया है तो 0.3 को आधा ओवर मानकर इसे 15.5 लिखा जाता है.