Team India Victory Parade: टी20 वर्ल्ड कप 2024 की विजेता भारतीय टीम आज सुबह ही बारबाडोस से नई दिल्ली पहुंची थी. उसके बाद टीम को मौर्या होटल में ले जाया गया और दोपहर के समय सभी खिलाड़ियों ने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) से मुलाकात की. पूरी टीम और सपोर्ट स्टाफ ने पीएम मोदी (PM Modi) के साथ ब्रेकफास्ट भी किया और फोटोशूट करवाने के बाद टीम इंडिया मुंबई के लिए निकल गई है. भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) और मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन (MCA) ने पहले ही भारतीय टीम की विक्ट्री परेड के लिए तैयारी कर रखी है. मगर क्या आप जानते हैं कि आखिर विक्ट्री परेड की शुरुआत कैसे हुई थी और टीम इंडिया की पहली बार विक्ट्री परेड कब हुई थी?


कहां से शुरू हुई विक्ट्री परेड की शुरुआत?


'विक्ट्री परेड' की शुरुआत प्राचीन रोम से हुई थी. पुराने समय के राजा जब युद्ध जीतकर वापस लौटते थे तब जीत के जश्न में विक्ट्री परेड करवाई जाती थी. मगर सवाल यह है कि युद्ध और खेल का क्या संबंध और आखिर खेलों में विक्ट्री परेड का चलन कहां से शुरू हुआ? दरअसल अंग्रेजी भाषा के कवि और उपन्यासकार जॉर्ज ऑरवेल ने युद्ध की तुलना खेल से की. उसके बाद खेलों में भी इसका प्रयोग किया गया जो सफल भी रहा. तभी से खेलों में भी विक्ट्री परेड का चलन चलता आ रहा है.


2007 विश्व कप जीत के बाद भी हुआ था जश्न


दक्षिण अफ्रीका में हुए 2007 टी20 विश्व कप के उस फाइनल को भला कोई कैसे भूल सकता है, जब भारत ने पाकिस्तान को 5 रन से करारी शिकस्त दी थी. एमएस धोनी की कप्तानी में भारत की युवा टीम ने पाकिस्तान को हराकर टी20 क्रिकेट के इतिहास का सबसे पहला विश्व विजेता होने का गौरव हासिल किया था. इस ऐतिहासिक जीत के बाद जब भारतीय टीम मुंबई वापस आई तो वर्ल्ड कप जीतने के जश्न में रोड शो करवाया गया था. उस वक्त भी पूरी टीम इंडिया को वानखेड़े स्टेडियम में ही सम्मानित किया गया था. भारतीय टीम के सभी खिलाड़ी ओपन बस में सफर कर रहे थे और सड़कों पर टीम के सपोर्ट में हजारों फैंस की भीड़ उमड़ आई थी.


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