ऑस्ट्रेलिया के महान स्पिनर शेन वार्न अपनी टीम से दुखी हैं और सलाह दी है कि मीन-मेख निकालने से बेहतर खेल पर ध्यान दे.


साउथ अफ्रीका में ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों के बॉल टेम्परिंग मामले में फंसने के समय कॉमेंट्री टीम का हिस्सा रहे वार्न ने कहा कि उन्होंने टीम के साथ यह समस्या उसी समय महसूस की थी जब चीजें उनके हिसाब से नहीं होने पर उन्होंने (ऑस्ट्रेलियाई टीम) विरोधी टीम की शिकायत करना शुरू कर दिया था.


ऑस्ट्रेलिया के लिए 145 टेस्ट मैचों में 708 विकेट लेने वाले इस गेंदबाज ने न्यूज कॉर्पोरेशन से कहा , ‘‘यह ऑस्ट्रेलियाई तरीका नहीं है. मैंने कभी किसी ऑस्ट्रेलियाई टीम को ऐसा करते हुए नहीं सुना. मैंने हाल के दिनों में उन्हें विरोधी टीम और अन्य चीजों की शिकायत करते हुए सुना.’’


बॉल टेम्पिंग मामले में दोषी पाए जाने के कारण कप्तान स्टीव स्मिथ और डेविड वार्नर पर एक साल जबकि कैमरन बैनक्राफ्ट पर नौ महीने का बैन लगा. जिसके बाद टिम पेन को टीम का नया टेस्ट और वनडे कप्तान बनाया गया. लेकिन वार्न का मानना है कि पेन का लंबे समय तक कप्तान बने रहना मुश्किल है.


उन्होंने कहा कि उन्हें संदेह है कि पेन यह जिम्मेदारी संभाल सकेंगे क्योंकि उनका मानना है कि विकेटकीपर कप्तानी की जिम्मेदारी संभालने में सक्षम नहीं होते.


वार्न ने कहा, "मैं एडम गिलक्रिस्ट (पूर्व ऑस्ट्रेलियाई विकेटकीपर) के सामने यह कह सकता हूं कि ज्यादातर विकेटकीपर अच्छे कप्तान नहीं बन सकते. मेरा मानना है कि विकेटकीपर उपकप्तान के तौर पर बहुत सही होते हैं, लेकिन कप्तानी के लिए नहीं."


उन्होंने कहा, "पेन ने हालांकि कम समय में अच्छा काम किया है लेकिन मुझे लगता है कि वह लंबे समय के लिए अच्छे विकल्प नहीं हैं. हमारे लिए अच्छी बात यह है कि जस्टिन लेंगर कोच के तौर पर मौजूद हैं. मुझे लगता है कि अलग-अलग फॉर्मेट में अलग-अलग कप्तान बनाने का विकल्प भी आजमाया जा सकता है."