आईसीसी ने आर्चर के हवाले से बताया, "मैं सबसे पहले मोर्गन के पास गया. मुझे पता था कि मैं क्या करने जा रहा हूं. लेकिन मैं यह सुनिश्चित करना चाहता था कि वे मुझसे क्या चाहते हैं. मैं समझता हूं कि छक्का लगने तक सबकुछ सही जा रहा था और फिर स्टोक्स ने मुझे ओवर डालने से पहले ही कहा था कि जीत मिले या हार, आज का मैच तुम्हें परिभाषित नहीं करता है. सभी को तुम पर भरोसा है."
आर्चर ने कहा, "कोलकाता में जो कुछ हुआ था, उसकी वजह से शायद वह मुझसे बात करने आए. शायद उन्होंने भी वही महसूस किया होगा, लेकिन वह मैच हार गए थे. अगर आज हम हार गए होते तो मुझे पता नहीं कि मैं कल क्या करता. अगर हम हार जाते तो अगले साल होने वाले टी-20 विश्व कप में हमारे पास एक और मौका होता."उन्होंने बताया कि ओवर डालने से पहले जोए रूट ने भी उनसे बात की.
आर्चर ने कहा, "रूट मेरे पास आए और कुछ प्रेरणादायक शब्द कहे. मैं जानता था कि अगर हम हार गए तो दुनिया खत्म नहीं हो जाएगी. मैं खुश हूं कि साथियों ने मुझपर भरोसा दिखाया. छक्का खाने के बाद भी कप्तान ने मुझपर भरोसा दिखाया. कई कप्तानों के हाथ सिर पर चले जाते, लेकिन वह बहुत शांत थे और उन्होंने चीजों को समझा."