Zaheer Khan: पूर्व भारतीय बॉलर जहीर खान (Zaheer Khan) भारतीय क्रिकेट के इतिहास के सर्वश्रेष्ठ तेज गेंदबाजों में से एक रहे हैं, जिन्होंने लगभग एक दशक तक भारत की गेंदबाजी का नेतृत्व किया. चाहे सीमिंग ट्रैक हो या बल्लेबाजों के अनुकूल ट्रैक, जहीर खान (Zaheer Khan) ने हमेशा भारतीय क्रिकेट टीम को मैच जिताने में मदद की. जहीर ने अपने लंबे अंतरराष्ट्रीय करियर के दौरान भारत के लिए 92 टेस्ट, 200 वनडे और 17 टी-20 मुकाबले खेले. जहीर खान (Zaheer Khan) कुछ समय पहले विक्रम सथाये के चैट शो 'व्हाट द डक' में नजर आये थे, जहां उन्होंने कई दिलचस्प किस्सों का खुलासा किया था.
शो के हॉस्ट सथाये ने जहीर खान से पूछा कि उन्हें भारतीय टीम का 'ज्ञान बाबा' क्यों कहा जाता है? इस पर क्रिकेटर ने जवाब देते हुए कहा कि मुझे 'ज्ञान बाबा' कहे जाने का कोई विशेष कारण नहीं है. पता नहीं कैसे बस ये शुरू हुआ. हो सकता है कि मैं गेंदबाजों के पास जाता था और हमेशा उन्हें सलाह देता रहा, मुझे लगता है कि इस वजह से इसकी शुरुआत हुई.
इसके अलावा भी जहीर खान ने कई दिलचस्प चीजों का खुलासा किया. दक्षिण अफ्रीका के पूर्व कप्तान ग्रीम स्मिथ की कप्तानी में दक्षिण अफ्रीकी टीम दुनिया की सर्वश्रेष्ठ टीमों में से एक थी. लेकिन जहीर खान की गेंदबाजी ग्रीम स्मिथ को खासा परेशान किया करती थी. उन्होंने कई बार उनका विकेट चटकाया. एक बार भारत-दक्षिण अफ्रीका मैच के दौरान दिलचस्प घटना घटी. इसका खुलासा विक्रम सथाये ने अपने शो व्हाट द डक में किया, जब जहीर वहां गए थे. यह घटना दिसंबर 2006 में भारत के दक्षिण अफ्रीका दौरे के बारे में थी, जहां भारतीय खिलाड़ी जहीर के लिए चीयर कर रहे थे, भले ही कोई भी गेंदबाजी कर रहा हो.
सथाये ने कहा, "2006 के दौरे पर यह बहुत मजेदार था. मैं और हर्षा भोगले कमेंट्री बॉक्स में बैठे थे. स्टंप के पास माइक्रोफोन लगा था. उस वक्त श्रीसंत ग्रीम स्मिथ को गेंदबाजी कर रहे थे. स्लिप में वे कह रहे हैं, अच्छी गेंदबाजी जैक! जैक ने अच्छी गेंदबाजी की! और मैं सोच रहा था कि श्रीसंत गेंदबाजी कर रहे हैं, क्यों 'अच्छी गेंदबाजी ज़ैक'. कहा जा रहा है...ठीक है, मैंने कहा शायद मैंने इसे गलत सुना.. अगला ओवर अनिल कुंबले का था..कुंबले स्मिथ को गेंदबाजी कर रहे थे..चलो, जहीर! आश्चर्यजनक! और मैंने देखा कि भारतीय खिलाड़ी स्मिथ को बहुत स्लेजिंग कर रहे थे."
जहीर ने उस प्रसिद्ध घटना के बारे में जवाब दिया और कहा, "एक बल्लेबाज पर इस तरह के एडवांटेज को महसूस करना अच्छा है. मजेदार बात यह थी कि मुझे कुछ भी करने की जरूरत नहीं थी.''
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