Team India's Story: आपने क्रिकेट जगत में कई कहानियां और विवादों के बारे में सुना होगा. आपने सुना होगा कि खिलाड़ी आपस में लड़ गए और दोनों के बीच कहासुनी हो गई. लेकिन क्या आपने कभी सुना है कि एक बच्चे की वजह से भी इंटरनेशनल क्रिकेट में विवाद हो गया था? हम आपको एक ऐसी ही कहानी से रूबरू करवाने जा रहे हैं...


यह विवाद 2014 में भारत और वेस्टइंडीज के बीच खेले गए एक वनडे मैच में हुआ था. दरअसल, टीम इंडिया बैटिंग कर रही थी और पारी के 38वें ओवर में भारतीय बल्लेबाज़ सुरेश रैना ने मिड विकेट की ओर शॉट खेला था. गेंद को रोकने के लिए वेस्टइंडीज़ के खिलाड़ी आंद्रे रसेल दौड़े और उन्होंने बाउंड्री के बिल्कुल करीब पैर लगाकर गेंद की रफ्तार को धीमा कर दिया. 


अब गेंद धीरे-धीरे बाउंड्री के करीब जा रही थी, इतने में वहां मौजूद एक बॉल ने गेंद को बाउंड्री लाइन टच होने से पहले ही उठाकर रसेल को दे दी. वैसे रसेल खुद यह गेंद उठा सकते थे और चौका बचा सकते थे लेकिन बॉल बॉय की इस गलती के बाद आंद्रे रसेल ओर वेस्टइंडीज के तत्कालीन कप्तान ब्रावो कंफ्यूज़ हो गए और उन्होंने फैसले के लिए अंपायर का रुख किया. पिच पर मौजूद भारतीय बल्लेबाज भी अंपायर की ओर देखने लगे.


अंपायर ने दिया था चौंकाने वाला फैसला
इस मामले पर अंपायर्स ने देर तक बातचीत की और फैसला दिया कि उस गेंद पर 2 रन ही मिलेंगे. यह फैसला इसलिए दिया गया क्योंकि रसेल गेंद के काफी करीब थे और वह आसानी से चौका बचा सकते थे. भारतीय टीम के लिए अंपायर का यह फैसला वाकई चौंकाने वाला था क्योंकि यहां टीम इंडिया चौका मिलने की उम्मीद कर रही थी.


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