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एंड्रयू फ्लिंटॉफ ने एक समय इंग्लैंड के हेड कोच के लिए दिया था आवेदन, मजाक समझकर कर दिया गया रिजेक्ट
साल 2005 के एशेज सीरीज में बल्ले और गेंद दोनों से कमाल किया था. फ्लिंटॉफ ने साल 2010 में चोट के कारण क्रिकेट के सभी फॉर्मेट से इस्तीफा दे दिया था लेकिन उन्होंने साल 2014 के टी20 में वापसी की.
इंग्लैंड के पूर्व तेज गेंदबाज एंड्रयू फ्लिंटॉफ ने खुलासा किया है कि उन्होंने एक समय इंग्लैंड के हेड कोच रोल के लिए आवेदन दिया था. उन्होंने ऐसा साल 2014 में किया था. लेकिन उनके ईमेल को मजाक समझकर रिजेक्ट कर दिया गया था. फ्लिंटॉफ ने कहा कि कुछ साल पहले मैं अपने ऑफिस में था और तब मैंने सोचा कि आवेदन देना चाहिए. फ्लिंटॉफ ने ये बात एशेज के चौथे टेस्ट के दौरान कही.
उन्होंने आगे कहा कि मैंने इंटरव्यू के लिए एक ईमेल भेजा था. महीने बीत गए लेकिन मुझे कोई जवाब नहीं आया. मैंने दोबारा उसपर गौर फरमाया जिसके बाद मुझे कॉल आया और जानकारी मिली कि वो पद किसी और दे दिया गया है.
फ्लिंटॉफ का करियर उस दौरान बुलंदियों पर था जब उन्होंने साल 2005 के एशेज सीरीज में बल्ले और गेंद दोनों से कमाल किया था. साल 2006-07 में वो इंग्लैंड के कप्तान थे. इस दौरान ऑस्ट्रेलिया से सीरीज में 5-0 से मात भी मिली थी तो वहीं साल 2009 की जीत का हिस्सा थे फ्लिंटॉफ.
इंग्लैंड के कोच ट्रेवर बेलिस ने फिलहाल इंग्लैंड के कोच हैं लेकिन एशेज के बाद वो इस पद से इस्तीफा दे दंगे. फ्लिंटॉफ ने साल 2010 में चोट के कारण क्रिकेट के सभी फॉर्मेट से इस्तीफा दे दिया था लेकिन उन्होंने साल 2014 के टी20 में वापसी की. हालांकि वो आज भी इंग्लैंड का कोच बनने के लिए तैयार हैं.
उन्होंने कहा कि कोचिंग किसी का भी सपना होता है. 41 साल के इस खिलाड़ी का टीवी करियर अब काफी अच्छा चल रहा है. उन्होंने कहा वो दो तीन टीमों के कोचिंग पद पर जाना चाहते हैं जिसमें इंग्लैंड, लैंकशायर और लैंकशायर अकादमी है. फ्लिंटॉफ ने इंग्लैंड के लिए 79 टेस्ट और 141 वनडे खेले हैं
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प्रशांत कुमार मिश्र, राजनीतिक विश्लेषक
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