When MS Dhoni reprimanded Ashwin: भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व सलामी बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग ने एक वाक्या याद करते हुए कहा कि मुझे याद है चेन्नई सुपर किंग्स के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने रविचंद्रन अश्विन को 2014 के आईपीएल के दौरान पंजाब किंग्स (तब किंग्स इलेवन पंजाब) के खिलाफ मैच में ग्लेन मैक्सवेल को आउट करने के बाद बनावटी तरीके से जश्न मनाने पर फटकार लगाई थी.
क्रिकेट वेबसाइट क्रिकबज ने सहवाग के हवाले से कहा, "मैं भी उस मैच में खेल रहा था. अश्विन ने मैक्सवेल को आउट करने के बाद जश्न मनाते समय थोड़ी सी धूल ली और उसे उड़ा दिया जो कि मुझे भी पसंद नहीं आया. मैनें इस बात को किसी के सामने नहीं रखा और यह भी नहीं कहा की यह खेल भावना के विपरीत है. हालांकि, धोनी इस बात से नाराज थे और बाद में उन्होंने अश्विन को फटकार भी लगाई थी."
सहवाग ने दिनेश कार्तिक को ठहराया दोषी
बता दें कि गुरुवार को अश्विन ने लगातार ट्वीट करते हुए कहा कि उन्होंने नहीं देखा था कि गेंद ऋषभ पंत को लगी थी और अगर लगी भी थी फिर भी मैं रन लेता, क्योंकि यह नियम के अंतर्गत है. हालांकि, सहवाग को लगता है कि विकेटकीपर दिनेश कार्तिक को मैदान पर हुए घटना को नहीं बताना चाहिए था. सहवाग ने कहा, "मेरे हिसाब से कार्तिक इस पूरे मामले के दोषी हैं. अगर वह नहीं कहते कि इयोन मोर्गन ने क्या कहा तो इतनी बात बढ़ती ही नहीं."
अश्विन और मोर्गन के बीच हुई थी बहस
दिल्ली कैपिटल्स और कोलकाता नाइट राइडर्स के बीच मंगलवार को खेले गए मैच के दौरान डीप से राहुल त्रिपाठी के थ्रो पर गेंद दूसरे बल्लेबाज ऋषभ पंत से टकराकर निकल गई, जिस पर अश्विन ने अतिरिक्त रन लेने का प्रयास किया. इस पर मोर्गन और अश्विन के बीच बहस भी हो गई थी. मोर्गन ने अश्विन पर खेलभावना का पालन नहीं करने का आरोप लगाया था जबकि एमसीसी के नियमों के तहत बल्लेबाज के शरीर से लगकर गेंद जाने के बाद रन लेना अवैध नहीं है. इसके बाद अश्विन के आउट होने पर तेज गेंदबाज टिम साउथी ने कहा, "बेईमानी करने पर यही होता है."
अश्विन ने दिया जवाब
अश्विन ने गुरुवार को सिलसिलेवार ट्वीट करके साफ तौर पर कहा कि अगर दोबारा गेंद बल्लेबाज से टकराकर जाएगी तो वह फिर रन लेंगे. उन्होंने कहा, "मैंने फील्डर का थ्रो देखा और रन भागना चाहा. उस समय मैंने नहीं देखा था कि गेंद ऋषभ पंत को लगी है. अगर देखा होता तो भी भागता क्योंकि नियमों में यह मान्य है. मोर्गन के अनुसार मैंने नियमों का पालन नहीं किया, लेकिन यह गलत है."
उन्होंने आगे कहा, "मैने लड़ाई नहीं की बल्कि अपना बचाव किया. मेरे शिक्षकों और माता पिता ने मुझे यही सिखाया है और अपने बच्चों को भी आप खुद के लिए खड़े होना सिखाइये. मोर्गन और साउथी अपने अनुसार नियम बनाते हैं कि क्या सही है और क्या गलत. उन्हें दूसरों को नैतिकता का पाठ पढाने और अपमानजनक शब्दों के इस्तेमाल का हक नहीं है."
अश्विन ने आगे कहा, "मैं इससे ज्यादा हैरान इस बात से हूं कि लोग इस पर बहस कर रहे हैं और यह जताने की कोशिश कर रहे हैं कि कौन अच्छा है और कौन बुरा. मैं सिर्फ इतना समझता हूं कि मैदान पर अपना सब कुछ दे दो और नियमों के भीतर खेलो. इसके बाद खेल खत्म होने पर हाथ मिला लो और यही खेल भावना मेरी समझ में आती है."