Sachin Tendulkar Tissue Paper Story: सचिन तेंदुलकर दुनिया के दिग्गज बल्लेबाज़ों में शुमार किए जाते हैं. भारत के लिए उन्होंने 1989 से 2013 के बीच अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट खेला. इस दौरान उन्होंने अपनी एक अलग ही पहचान बनाई. लेकिन इस नाम और शोहरत को हासिल करने के लिए सचिन को तमाम मुश्किलों का भी सामना करना पड़ा. कई बार उन्हें मैदान पर जूझना पड़ा. ऐसे ही 2003 के वर्ल्ड कप में सचिन तेंदुलकर को अपने अंडरवियर में टिशू पेपर डालकर खेलना पड़ा था. 


वर्ल्ड कप 2003 में श्रीलंका के खिलाफ खेले गए मुकाबले में सचिन तेंदुलकर डायरिया का शिकार हो गए थे, जिसके चलते उन्हें टिशू पेपर का इस्तेमाल करना पड़ा था. इस मैच में तेंदुलकर ने रनअर का भी इस्तेमाल किया था. सचिन ने मुकाबले में करीब 3 घटे तक बैटिंग कर टीम के लिए 97 रनों की पारी खेली थी. दरअसल मुकाबले से पहले सचिन ने खुद को उबारने के लिए कुछ ज़्यादा ही नमक का पानी ले लिया, जिसका उन पर उल्टा असर हो गया. 


सचिन ने घटना का ज्रिक करते हुए बताया, "वह मेरे करियर का इकलौता ऐसा मैच था, जिसमें मैंने रनअर लिया था. मैं ठीक से खड़ा भी नहीं हो पा रहा था. ऐसा लग रहा था किसी ने मेरे पीछे 500 किलोग्राम का वज़न बांध दिया."


उन्होंने आगे बताया, "मेरे पेट में दिक्कत थी, लेकिन मैं मैच में ऐंठन से बचना चाहता था, शायद इसलिए  मैंने ज़रूरत से ज़्यादा नमक का पानी ले लिया था, जिससे मुझे डायरिया की दिक्कत हो गई."


हालांकि दिक्कत के बाद भी सचिन ने मैदान पर उतरने का फैसला किया. उन्होंने बताया कि बड़े मौकों पर ऐसा करना पड़ता है. पूर्व भारतीय दिग्गज ने कहा, "जब आप इस लेवल पर खेलते हैं तो आपको मुश्किलों का सामना करना पड़ता है. आपको वहां जाकर खेलना पड़ता है, भले ही बल्लेबाज़ी करूं या नहीं या फिर वहां खड़ा रहूं." बता दें कि भारत और श्रीलंका के बीच यह मुकाबला जोहान्सबर्ग में खेला गया था. 


 


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