2008 में भारतीय टीम ने विराट कोहली की कप्तानी में अंडर-19 क्रिकेट वर्ल्ड कप का खिताब जीता था. ये इतिहास में केवल दूसरी बार था जब भारत अंडर-19 क्रिकेट वर्ल्ड चैंपियन बनी थी. उस टीम से विराट कोहली, रवींद्र जडेजा, मनीष पांडे और सौरभ तिवारी ने भी अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में खूब पहचान बनाई. उसी टीम में अजितेश अर्गल भी शामिल थे, जिन्होंने 2008 वर्ल्ड कप के फाइनल में केवल 7 रन देकर 2 अहम विकेट चटकाए और भारत को ट्रॉफी दिलाने में अहम योगदान दिया था. अजितेश को आईपीएल 2008 में पंजाब किंग्स ने अपने साथ जोड़ा था, लेकिन उसके बाद वो कहां गायब हो गए, ये बहुत कम लोगों को पता है.


इनकम टैक्स ऑफिसर बने अजितेश अर्गल


2008 आईपीएल में पंजाब किंग्स के लिए उन्हें एक भी मैच खेलने का मौका नहीं मिला था. खैर उसके बाद अजितेश स्पोर्ट्स क्वोटा से इनकम टैक्स ऑफिसर बन गए थे. अब कई साल से इनकम टैक्स डिपार्टमेंट को अपनी सेवाएं दे रहे अजितेश अर्गल क्रिकेट में वापसी कर रहे हैं. उनकी वापसी एक खिलाड़ी के तौर पर नहीं बल्कि एक अंपायर के रूप में होगी. अजितेश मध्य प्रदेश से आते हैं और उन्होंने अंपायरिंग की परीक्षा को पास कर लिया है. उनके अलावा 2008 अंडर अंडर-19 क्रिकेट वर्ल्ड कप टीम के एक और सदस्य, तन्मय श्रीवास्तव ने भी अंपायरिंग की परीक्षा को पास किया है. अजितेश और तन्मय अगस्त में होने वाले बीसीसीआई के ओरिएंटेशन प्रोग्राम और सेमिनार को अटेंड करेंगे.


2008 अंडर-19 क्रिकेट वर्ल्ड कप फाइनल के हीरो थे अजितेश


2008 अंडर-19 क्रिकेट वर्ल्ड कप के फाइनल में भारत और दक्षिण अफ्रीका का आमना-सामना हुआ था. भारतीय टीम पहले खेलते हुए केवल 159 रन के स्कोर पर ढेर हो गई थी. मगर उस मैच को भारत डकवर्थलुइस नियम से 12 रन से जीत गई थी. उस मैच में अजितेश अर्गल ने 5 ओवर में केवल 7 रन देकर 2 विकेट चटकाए थे. इस बेहतरीन प्रदर्शन के लिए उन्हें प्लेयर ऑफ द मैच अवॉर्ड से नवाजा गया था.


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