(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
फेयर एंड लवली क्रीम पर डैरेन सैमी ने उठाए सवाल, पूछा भारत में ऐसा क्यों
सैमी ने हाल ही में अपनी आईपीएल टीम सनराइजर्स हैदराबाद के कुछ अपने साथी खिलाड़ियों पर ये आरोप लगाया था कि वो सैमी को कालू कहकर बुलाते हैं.
वेस्टइंडीज के पूर्व कप्तान डैरन सैमी आज कल अपनी त्वचा के रंग के आधार पर नस्लवाद और लोगों के भेदभाव के मुद्दे पर काफी मुखर रहे हैं. सैमी ने यह सवाल करते हुए कहा कि भारत विविध संस्कृतियों का देश होने के बावजूद वहां फेयर एंड लवली के नाम से एक क्रीम है, 36 वर्षीय ने मंगलवार को कहा कि यह स्पष्ट रूप से नस्लवाद की तरफ इशारा करता है.
“आपका विज्ञापन, फेयर एंड लवली कहता है कि प्यारे लोग गोरे लोग हैं. सैमी ने एक इंटरव्यू में आउटलुक के हवाले से कहा, ''इसी के लिए है ये, यह नस्लवाद पर संकेत देता है.''
जॉर्ज फ्लॉयड की मौत और दूसरे लोगों पर अत्याचार के बाद युनिलीवर कंपनी ने अपनी फेयरनेस क्रीम फेयर एंड लवली को दोबारा से नाम बदलकर बाजार में उतारने का फैसला किया है. युनिलीवर कंपनी के सुंदरता एवं व्यक्तिगत देखभाल प्रभाग के अध्यक्ष सनी जैन ने एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा कि हम पहचानते हैं कि फेयर, सफेद या लाइट जैसे शब्दों का इस्तेमाल सुंदरता को दर्शाने के लिए किया जाता रहा है, लेकिन हम ऐसा नहीं मानते इसीलिए हम इसे बदलना चाहते हैं.
बता दें कि सैमी ने हाल ही में अपनी आईपीएल टीम सनराइजर्स हैदराबाद के कुछ अपने साथी खिलाड़ियों पर ये आरोप लगाया था कि वो सैमी को कालू कहकर बुलाते हैं. इसमें टीम इंडिया के तेज गेंदबाज इशांत शर्मा का भी नाम शामिल था. ऐसे में शमी ने अब इसपर भी अपना बयान दिया.
सैमी ने कहा, “हमें लोगों को अधिक शिक्षित करने की आवश्यकता है और उन्हें यह समझाने की जरूरत है कि अलग-अलग संस्कृतियां किस तरह से नस्लवाद को देखते या उनका सम्मान करते हैं. आईपीएल के दौरान इशांत शर्मा ने मुझे कालू कहकर पुकारा हालांकि उनका यह कहना किसी गुस्से देश में नहीं था बल्कि प्यार वह मासूमियत के साथ कहा था लेकिन किसी भी अपमानित किए जाने वाले शब्द से मुझे अवगत जरूर कराया जाना चाहिए. मैंने उनसे बातचीत की और अब मैं अपने जीवन में आगे बढ़ गया हूं.”