World Cup 2023: पाकिस्तान क्रिकेट टीम को एशिया कप से पहले वर्ल्ड कप जीतने वाली प्रबल टीमों में एक माना जा रहा था, लेकिन एशिया कप में खराब प्रदर्शन के बाद अचानक पाकिस्तान टीम से ज्यादातर क्रिकेट फैन्स का भरोसा कम हो गया है. एशिया कप में पाकिस्तान की टीम बतौर नंबर-1 वनडे टीम बनकर गई थी, लेकिन भारत और फिर श्रीलंका से मिली हार ने उन्हें ना ही एशिया कप जीतने दिया और ना ही नंबर-1 की पोजिशन पर रखा. एशिया कप के बाद पाकिस्तान टीम की कई कमजोरियां सामने आई हैं, जिन्हें देखकर लगता है कि बाबर आज़म की टीम के लिए इस बार का वर्ल्ड कप जीतना काफी मुश्किल होगा.


पहला कारण: नसीम शाह का बाहर होना


इस वर्ल्ड कप में पाकिस्तान की सबसे बड़ी कमी नसीम शाह का ना होना है. एशिया कप में भारत के खिलाफ खेले गए दूसरे मैच में नसीम शाह चोटिल हो गए थे, जिसकी वजह से वह वर्ल्ड कप का हिस्सा नहीं बन पाए. नसीम शाह पाकिस्तान के लिए नई गेंद से शुरुआत करते थे, और शाहीन शाह अफरीदी के साथ उनकी गेंदबाजी जोड़ी काफी सफल थी. इन दोनों ने मिलकर कई बार पाकिस्तान को गेंद से अच्छी शुरआत दिलाई है. वहीं, इनके साथ हारिस राउफ की तिगड़ी दुनिया की किसी भी टीम के लिए बेहद खतरनाक थी, लेकिन अब नसीम शाह के चोटिल होने से पाकिस्तानी टीम का तेज गेंदबाजी आक्रमण थोड़ा कमजोर नज़र आ रहा है. जैसा कि वकार यूनिस ने भी कहा था कि नसीम और शाहीन एक-दूसरे के पूरक हैं, इसलिए नसीम के बिना शाहीन की गेंदबाजी भी फीकी नज़र आ रही है.


दूसरा कारण: अच्छे स्पिन गेंदबाजों की कमी


पाकिस्तान की दूसरी सबसे बड़ी कमी स्पिन गेंदबाजों का फॉर्म में ना होना है. एशिया कप में पाकिस्तान को मिली हार का एक बड़ा कारण उनके स्पिन गेंदबाज थे, जो बीच के ओवर्स में विकेट नहीं ले पा रहे हैं. पाकिस्तान के मुख्य स्पिन गेंदबाज शादाब खान है, जिनका फॉर्म चिंता का विषय है. उनके अलावा मोहम्मद नवाज़ भी गेंद से अच्छा प्रदर्शन करने में असफल रहे हैं. उसामा मिर ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ हुए अभ्यास मैच में दो विकेट जरूर लिए, लेकिन पास अंतरराष्ट्रीय अनुभव की काफी कमी है. ऐसे में पाकिस्तान का स्पिन अटैक काफी कमजोर नज़र आ रहा है, जबकि भारतीय पिचों पर स्पिन का बोलबाला रहता है.


तीसरा कारण: पाकिस्तान की खराब फील्डिंग


पाकिस्तान की क्रिकेट टीम में पिछले कई दशकों से फील्डिंग की समस्या हमेशा रही है. आज के इस आधुनिक युग में भी पाकिस्तान क्रिकेट टीम अपनी फील्डिंग में सुधार नहीं कर पाई है. न्यूज़ीलैंड और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ हुए अभ्यास मैच में भी पाकिस्तान की ख़राब फील्डिंग सोशल मीडिया पर मजाक का विषय बनी हुई है. ऐसे में अगर पाकिस्तान को वर्ल्ड कप जीतना है तो उन्हें अपनी फील्डिंग में बहुत ज्यादा सुधार करने की जरूरत है. इस वर्ल्ड कप में भी फील्डिंग पाकिस्तान की एक मुख्य कमजोरी बड़ी है.


चौथा कारण: बाबर आज़म की साधारण कप्तानी


एशिया कप में पाकिस्तान के खराब प्रदर्शन का एक मुख्य कारण बाबर आज़म की साधारण कप्तानी भी थी. बाबर आज़म हमेशा एक पूर्वानुमानित पैटर्न में कप्तानी करते हैं. विपक्षी टीमों के बल्लेबाजों को अंदाजा रहता है कि बाबर किस वक्त क्या फैसला ले सकते हैं, ऐसा इसलिए क्योंकि बाबर लगभग हर मैच में एक ही पैटर्न की कप्तानी करते हुए नज़र आते हैं. वह मैच की परिस्थितियों के हिसाब से नहीं, बल्कि ड्रेसिंग रूम में सेट करके आए एक पैटर्न के आधार पर कप्तानी करते हुए दिखाई देते हैं. अगर ऐसा रहा तो पाकिस्तान का वर्ल्ड कप जीतना लगभग असंभव है. लिहाजा, बाबर की पूर्वानुमानित पैटर्न वाली कप्तानी, पाकिस्तान टीम की एक कमजोर कड़ी है.


पांचवा कारण:  फख़र जमान का फॉर्म


पाकिस्तान के सलामी बल्लेबाज फख़र जमान एक बेहतरीन बल्लेबाज हैं. पाकिस्तान की क्रिकेट टीम ने पिछले काफी लंबे वक्त से फख़र पर पूरा भरोसा जताया है, लेकिन वो उम्मीद के मुताबिक प्रदर्शन करने में कामयाब नहीं रहे हैं. एशिया कप के बाद वर्ल्ड कप के अभ्यास मैच में भी फख़र अपनी छाप छोड़ने में सफल नहीं रहे. ऐसे में अगर वर्ल्ड कप के मैचों में भी फख़र का बल्ला नहीं चला तो पाकिस्तान को काफी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है. लिहाजा, फख़र जमान का खराब फॉर्म भी पाकिस्तान क्रिकेट टीम की एक बड़ी कमजोरी है.


इन पांच मुख्य और बड़ी कमजोरियों के आधार पर हम ऐसा कह सकते हैं कि बाबर आज़म की इस टीम के लिए आईसीसी वनडे वर्ल्ड कप 2023 में चैंपियन बनना काफी मुश्किल होगा.