वनडे क्रिकेट में क्यों खतरे में है राशिद खान की साख
अफगानिस्तान के खिलाफ मैच से पहले राशिद खान टीम इंडिया के लिए मुसीबत का सबब हो सकते थे. लेकिन पिछले मैच में उनके खराब प्रदर्शन ने फिक्र को दूर कर दिया है. पढ़िए वरिष्ठ खेल पत्रकार शिवेंद्र कुमार सिंह का ब्लॉग
इस कहानी को समझने के लिए इंग्लैंड के खिलाफ अफगानिस्तान के मैच को याद करना होगा. इंग्लैंड की टीम ने इस विश्व कप में सबसे बड़ा 397 रनों का स्कोर अफगानिस्तान के खिलाफ ही बनाया. इस बड़े स्कोर के पीछे की कई वजहों में से एक बड़ी वजह अफगानिस्तान के स्पिनर राशिद खान की नाकामी है. इंग्लैंड के खिलाफ राशिद खान ने 9 ओवर में 110 रन लुटा दिए. 12.22 की इकॉनमी से रन लुटाने के साथ ही उन्हें एक अदद विकेट के लिए भी तरसना पड़ा. विश्व कप इतिहास का ये सबसे महंगा स्पेल हो गया. इस नाकामी के बाद उनका सामना भारतीय टीम के बल्लेबाजों से होना है. भारतीय बल्लेबाजों के खिलाफ उनके रिकॉर्ड्स अच्छे रहे हैं. शनिवार को भारत बनाम अफगानिस्तान मैच के दौरान राशिद खान की गेंदबाजी पर सभी की नजर रहेगी.
छोटे फॉर्मेट में कामयाब रहे हैं राशिद
राशिद खान को सबसे ज्यादा नाम और दाम इंडियन प्रीमियर लीग में मिला. 2018 आईपीएल में उन्होंने 21.80 की औसत से 21 विकेट लिए थे. टूर्नामेंट में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाजों की फेहरिस्त में वो दूसरे नंबर पर थे. उनका इकॉनमी रेट भी 6.73 का था. उनके इसी शानदार प्रदर्शन की बदौलत आईपीएल के पिछले सीजन में सनराइजर्स हैदराबाद ने फाइनल तक का सफर तय किया था. जहां चेन्नई सुपरकिंग्स से उन्हें हार का सामना करना पड़ा. आईपीएल के इस सीजन में भी उनका प्रदर्शन अच्छा था. राशिद खान ने 2019 आईपीएल में 15 मैचों में 17 विकेट लिए थे. उनकी औसत 22.17 और इकॉनमी रेट 6.28 का था. इस सीजन में उनकी टीम चौथे पायदान पर थी. सनराइजर्स हैदराबाद ने 9 करोड़ की बड़ी रकम देकर उन्हें रीटेन किया था. राशिद खान की एक बड़ी खासियत ये भी थी कि कुछ मैचों में उन्होंने बड़े बड़े शॉट्स लगाकर भी अपनी टीम को जीत दिलाई थी. इस प्रदर्शन के बाद चर्चा ये हो रही है कि क्या राशिद खान छोटे फॉर्मेट यानी 20 ओवर के खेल के लिए ज्यादा उपयुक्त खिलाड़ी हैं. जिसमें एक गेंदबाज को सिर्फ 4 ओवर ही फेंकने होते हैं. जबकि पचास ओवर के मैच में स्पिनर्स के लिए 10 ओवर में लगातार किफायती गेंदबाजी करना मुश्किल रहता है.
राशिद की शुरुआती कामयाबी का राज
आईपीएल के 2018 सीजन में राशिद खान की लोकप्रियता का आलम ये था कि हर कोई उन्हीं की चर्चा कर रहा था. ऑस्ट्रेलिया के महान स्पिनर शेन वॉर्न के बाद राशिद खान पहले ऐसे लेग स्पिनर थे जिनको लेकर अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में इतनी चर्चा हुई थी. आईपीएल में उनकी करिश्माई गेंदबाजी के आगे दुनिया के बड़े-बड़े बल्लेबाज घबराते थे. आईपीएल में तमाम ऐसे मैच याद आते हैं जब किसी बड़े बल्लेबाज ने राशिद खान के खिलाफ ‘अग्रेसिव’ होने या ऊटपटांग शॉट्स खेलने की कोशिश की फिर वो जल्दी ही डगआउट में नजर आया. दरअसल राशिद खान का ऐक्शन इतना तेज है कि उनकी गेंद पिक नहीं की जाती है. आम तौर पर लेग स्पिनर बीच-बीच में गुगली करते हैं जबकि राशिद खान ज्यादातर गुगली ही करते दिखते थे और बीच में वो लेग स्पिन भी फेंक देते थे. यही वजह है कि राशिद खान की लेग ब्रेक गेंद बड़े-बड़े बल्लेबाज भांप नहीं पाते. इंग्लैंड के बल्लेबाजों ने अब रास्ता दिखा दिया है कि राशिद खान का सामना किस तरह करना है. भारत के पास भी रोहित शर्मा, विराट कोहली, धोनी, ऋषभ पंत और हार्दिक पांड्या जैसे धाकड़ बल्लेबाज हैं. इनमें से अगर किन्हीं दो बल्लेबाजों ने राशिद खान पर हमला बोल दिया तो उनके लिए एक और मैच खराब जाएगा. राशिद खान को अगर वनडे क्रिकेट में भी अपनी उपयोगिता साबित करनी है तो उन्हें भारत के खिलाफ नए हथियार के साथ उतरना होगा. अफगानिस्तान की टीम में उनकी जगह पर कोई खतरा नहीं है लेकिन अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में उनकी साख खतरे में हैं. सिर्फ 21 साल के राशिद खान को इसी साख को सुधारने के लिए कुछ नया करना होगा.