क्या विराट को रहाणे पर नहीं रहा भरोसा ?
साउथ अफ्रीका के खिलाफ दूसरे टेस्ट मैच में भारतीय टीम तीन बदलाव के साथ मैदान पर उतरी है. कप्तान कोहली के इस फैसले से ना सिर्फ क्रिकेट फैन्स को हैरानी हुई बल्कि क्रिकेट के कई दिग्गजों ने भी ऐतराज जताया है.
साउथ अफ्रीका के खिलाफ दूसरे टेस्ट मैच में भारतीय टीम तीन बदलाव के साथ मैदान पर उतरी है. कप्तान कोहली के इस फैसले से ना सिर्फ क्रिकेट फैन्स को हैरानी हुई बल्कि क्रिकेट के कई दिग्गजों ने भी ऐतराज जताया है.
दरअसल दूसरे टेस्ट मैच में कप्तान कोहली ने एक बार फिर प्लेइंग इलेवन से अजिंक्य रहाणे को बाहर रखा है. विराट कोहली की यह मनमानी ही कहेंगे कि रहाणे की जगह टीम में रोहित शर्मा को मौका दिया है.
विराट का यह फैसला इसलिए भी हैरानी भरा है क्योंकि भारतीय क्रिकेट के इतिहास में ऐसा में पहली बार हुआ जब उपकप्तान को ही लगातार दो टेस्ट मैचों में प्लेइंग इलेवन में जगह नहीं मिली है.
साउथ अफ्रीका के खिलाफ पहले दो टेस्ट मैचों में विराट कोहली दौरे पर गए सभी बल्लेबाजों को मौका दे चुके हैं लेकिन रहाणे को अबतक मौका नहीं दिया गया है.
आखिर क्यों रहाणे को नहीं दिया गया है मौका ?
प्लेइंग इलेवन में रहाणे को मौका नहीं दिए जाने के पीछे विराट का तर्क है कि वो फॉर्म के हिसाब से खिलाड़ियों को टीम में मौका देते हैं लेकिन रहाणे के फॉर्म को देखें तो वह रोहित से बेहतर नजर आता है.
रहाणे साल 2017 में कुल 11 टेस्ट मैच में बल्लेबाजी की, जिसमें उन्होंने 35 की औसत से 554 रन बनाए जिसमें एक शतक और दो अर्द्धशतक भी शामिल है. टेस्ट क्रिकेट में 35 के औसत को खराब नहीं कहा जा सकता है. श्रीलंका के खिलाफ घरेलू सीरीज को छोड़ दें तो पूरे साल रहाणे के बल्ले से रन निकले हैं. वहीं रोहित को साल 2017 में दो टेस्ट मैच में खेलने का मौका मिला जिसमें उन्होंने कुल 217 बनाए.
विराट कोहली के रहाणे को टीम से बहार रखने पर अब सवाल ये उठता है कि क्या 2 टेस्ट मैच फॉर्म को जांचने का सही पैमाना है, दूसरी बात ये कि विराट शायद भूल गए हैं कि ये रन रोहित ने घरेलू पिचों पर बनाए है जबकि रहाणे ने विदेशी सरजमीं पर अपना दमखम दिखाया है.
यही वजह है कि साउथ अफ्रीका के खिलाफ पहले टेस्ट मैच में केपटाउन की तेज पिच पर रोहित फेल रहे और दोनों पारियों को मिलाकर सिर्फ 21 रन ही बना पाए.
विदेश में रोहित से बेहतर हैं रहाणे
विदेशी धरती पर टेस्ट में रन बनाने के लिए तीन चीजें बहुत अहम होती हैं. अनुभव, अच्छी तकनीक और धैर्य जो रहाणे के पास रोहित से ज्यादा और बेहतर है.
एशिया से बाहर रहाणे ने 17 टेस्ट मैच खेला है जिसमें उन्होंने 55.0 की औसत से कुल 1312 रन बनाए. वहीं रोहित के प्रर्दशन को देखें तो एशिया के बाहर 11 टेस्ट मैचों में सिर्फ 445 रन बनाए हैं, जिनमें उनका औसत 22 का रहा है.
दक्षिण अफ्रीका की तेज और बाउंसी पिचों पर भी रोहित से रहाणे का प्रर्दशन अच्छा रहा है. साउथ अफ्रीका में रहाणे ने 2 टेस्ट मैचों में 69.6 की औसत से 209 रन बनाए हैं जबकि रोहित के नाम 3 टेस्ट मैचों में 11 की औसत से सिर्फ 66 रन है.
वनडे क्रिकेट में रोहित भले ही बड़े बल्लेबाज हैं लेकिन टेस्ट फॉर्मेट में विदेशी जमीन पर वो लगातार फेल रहे हैं. ऐसे में रहाणे जैसे बड़े बल्लेबाज को एक सीरीज के आधार पर बाहर बिठाना, समझ से परे है.