स्टुअर्ट ब्रॉड के सामने बेबस दिख रहे हैं वॉर्नर
एशेज सीरीज में अब तक खेले गए तीन मैचों की कहानी ऐसी ही है. मैन्चेस्टर में खेले जा रहे चौथे टेस्ट में भी तस्वीर बदली नहीं है. डेविड वॉर्नर पर ब्रॉड का वार लगातार उन्हें तार तार कर रहा है. एशेज सीरीज में अब तक खेली गई 7 पारियों में से 5 बार स्टुअर्ट ब्रॉड ने डेविड वॉर्नर को आउट किया है. बर्मिंघम में खेले गए पहले टेस्ट मैच की दोनों ही पारियों में ब्रॉड ने वॉर्नर को पवेलियन की राह दिखाई. हालाँकि वो टेस्ट मैच ऑस्ट्रेलिया ने स्टीव स्मिथ की शानदार बल्लेबाज़ी की बदौलत जीत लिया. लॉर्ड्स में खेले गए दूसरे टेस्ट की पहली पारी में भी वॉर्नर ब्रॉड के शिकार हुए थे. लीड्स में खेले गए तीसरे टेस्ट की दूसरी पारी में भी स्टुअर्ट ब्रॉड ने वॉर्नर को आउट किया. चौथे टेस्ट की पहली पारी में भी स्टुअर्ट ब्रॉड ने ही वॉर्नर को पवेलियन की राह दिखाई. डेविड वॉर्नर के लिए चिंता की बात ये है सीरीज में 2 बार ब्रॉड ने उन्हें खाता तक खोलने नहीं दिया. जो ब्रॉड के खिलाफ वॉर्नर की घबराहट को भी दिखाता है. कुछ और आँकड़े हैं जो वॉर्नर की कमजोरी को दर्शाते हैं. इस सीरीज में अब तक डेविड वॉर्नर ने स्टुअर्ट ब्रॉड की 87 गेंदों का सामना किया है. जिसमें से 74 गेंदों पर वो कोई रन नहीं बना पाए. बाकी बची 13 गेंद पर डेविड वॉर्नर ने 32 रन बनाए हैं.
एशेज़ से ठीक पहले वॉर्नर की धूम
ऐसा नहीं है कि ब्रॉड सिर्फ इस सीरीज में वॉर्नर को परेशान कर रहे हैं. बल्कि इन दोनों खिलाड़ियों की दुश्मनी पुरानी है. टेस्ट मैच में वॉर्नर को ब्रॉड ने 22 मैच में 10 बार आउट किया है. खैर, ये दिलचस्प बात है कि एशेज़ सीरीज के पहले वॉर्नर कमाल की फॉर्म में थे. उन्होंने 2019 आईपीएल में सबसे ज्यादा रन बनाए. इसके बाद विश्व कप में भी उन्होंने धमाकेदार प्रदर्शन किया था. अब एशेज सीरीज में उनकी नाकामी कंगारुओं को भारी पड़ रही है. वॉर्नर के जल्दी आउट हो जाने की वजह से ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजी का मिडिल ऑर्डर लगातार दबाव में खेल रहा है. स्टीव स्मिथ ने अकेले अपने दम पर बल्लेबाज़ी संभाल रखी है. स्मिथ और वॉर्नर दोनों पर दक्षिण अफ़्रीका के खिलाफ टेस्ट मैच में गेंद से छेड़छाड़ को लेकर बैन लगा था. स्मिथ तब टीम के कप्तान हुआ करते थे. दोनों ने क़रीब एक साल बाद मैदान में वापसी की. फ़र्क़ ये है कि वॉर्नर ने फटाफट क्रिकेट में तो अपनी धूम मचाई लेकिन टेस्ट क्रिकेट में अब तक फ़ेल रहे, दूसरी तरफ आईपीएल और वर्ल्ड कप में औसत प्रदर्शन करने वाले स्मिथ ने एशेज़ में करिश्मा कर दिया.