नई दिल्ली: ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वनडे सीरीज के बाद बीसीसीआई ने तीन टी-20 मैचों के लिए भारतीय टीम का ऐलान कर दिया है. टीम में 38 साल के आशिष नेहरा ने लगभग आठ महीने बाद वापसी की है वहीं सुरेश रैना, युवराज सिंह और अमित मिश्रा जैसे खिलाड़ियों को एक बार फिर मायूसी हाथ लगी है.



टीम के चयन से पहले यह उम्मीद की जा रही थी कि सुरेश रैना को भी ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टी-20 सीरीज में मौका दिया जा सकता है वहीं युवराज सिंह भी वापसी के लिए पुरजोर तरीके से मेहनत कर रहे थे लेकिन ऐसा क्या हुआ कि उन्हें टीम में शामिल नहीं किया गया. 



इससे पहले भी ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वनडे टीम के चयन के दौरान टीम मैनेजमेंट ने यो-यो टेस्ट प्रणाली में बेहतर प्रर्दशन करने वाले खिलाड़ियों को ही टीम में शामिल किया था. आपको बता दें कि इस यो-यो टेस्ट में युवराज सिंह और सुरेश रैना जैसे धाकड़ बल्लेबाजों का प्रदर्शन बेहद निराशाजनक माना गया.



आशिष नेहरा ने वापसी कर यह साबित किया कि फिटेनस के दम पर टीम में जगह बनाई जा सकती है. ऐसे में टीम से बाहर चल रहे इन खिलाड़ियों के सामने बढ़ती उम्र में खुद को फिट रखना भी एक बड़ी चुनौती बन गई है. यही वजह है कि कप्तान कोहली और कोच रवि शास्त्री टीम में ज्यादा से ज्यादा फिट खिलाड़ियों को मौका देना चाहते हैं. 



टीम में अपनी जगह बनाने को लेकर चल रही इस प्रतिस्पर्धा का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि रविचंद्रन अश्विन और रविंद्र जडेजा जैसे वर्ल्ड क्लास खिलाड़ी को टीम से बाहर बैठना पड़ रहा है. आईसीसी रैंकिंग में नंबर एक गेंदबाज रह चुके इन खिलाड़ियों की जगह युवा स्पिन गेंदबाज युजवेंद्र चहल, कुलदीप यादव और अक्षर पटेल जैसे खिलाड़ियों को तरजीह दी जा रही है.



मौजूदा समय में टीम इंडिया का बैंच स्ट्रेंथ इतना मजबूत है कि अजिंक्य रहाणे जैसे खिलाड़ी जिसने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ चार अर्द्धशतक लगाए उन्हें भी टी-20 टीम में जगह नहीं मिल पाई. ऐसे में सुरेश रैना, युवराज सिंह और अमित मिश्रा जैसे खिलाड़ी को टीम में अपनी जगह पक्की करने के लिए और अधिक मेहनत करने की जरुरत है.