भारतीय टीम को लेग स्पिनर युजवेंद्र चहल और चाइनामैन स्पिनर कुलदीप यादव को जोड़ी ने कई मैचों में जीत दिलाई है. इन दोनों की जोड़ी को 'कुलचा' के नाम से जाना जाता है. 2017 से ही ये जोड़ी वनडे टीम की लगातार हिस्सा रही है, लेकिन पिछले दो साल से ये दोनों एक साथ नहीं खेले हैं. ऐसे में हर कोई यह जानना चाहता है कि आखिर क्यों कुलचा की जोड़ी एक साथ नहीं खेल रही है. इस बीच युजवेंद्र चहल ने खुद इसका जवाब दिया है.
युजवेंद्र चहल ने कहा है कि ऑलराउंडर हार्दिक पांड्या के गेंदबाजी नहीं करने के कारण वह और कुलदीप यादव टीम इंडिया में एक साथ नहीं खेल पा रहे हैं. चहल ने एक हिंदी न्यूज़ से बातचीत में कहा, "जब मैं और कुलदीप साथ में खेलते थे तो हार्दिक भी टीम में होते थे और गेंदबाजी करते थे. 2018 में हार्दिक चोटिल हो गए और रवींद्र जडेजा ने ऑलराउंडर के तौर पर सीमित ओवर के क्रिकेट में वापसी की और वह सातवें नंबर पर बल्लेबाजी भी कर सकते थे. दुर्भाग्य से कुलदीप स्पिनर हैं. हम साथ में खेल सकते थे अगर वह मध्यम गति के गेंदबाज होते."
बता दें कि वनडे क्रिकेट में कुलचा की जोड़ी ने 34 मैचों में 22.73 की औसत से 65 विकेट झटके हैं. साथ ही जब ये जोड़ी साथ खेलती है, तो इनके खिलाफ रन बनाना बेहद मुश्किल हो जाता है. एक तरफ से एक गेंदबाज रन रोकता है, तो एक विकेट निकालता है.
चहल ने आगे कहा, "कुलदीप और मैं किसी भी सीरीज के आधे-आधे मैच में खेलते थे. कई बार कुलदीप पांच मैचों की सीरीज में तीन मैच खेलते तो कई बार यह मौका मुझे मिलता था. हम तब तक साथ थे जब तक हार्दिक मौजूद थे. टीम की जरूरत है कि उसे सातवें नंबर पर एक ऑलराउंडर चाहिए. मैं भले ही ना खेलूं, लेकिन अगर टीम जीत रही है तो मैं इसी बात से खुश हूं."