भारत और वेस्टइंडीज़ लगभग एक महीने लंबे दौरे का अंत आज से शुरु हो रहे आखिरी टेस्ट के साथ हो जाएगा. विश्वकप के बाद सीधे वेस्टइंडीज़ दौरे पर गई भारतीय टीम आज से किंग्सटन में कैरीबियाई टीम के खिलाफ दो मैचों की टेस्ट सीरीज़ का आखिरी मुकाबला खेलने उतरेगी. टीम इंडिया दो मैचों की टेस्ट सीरीज़ में 1-0 से आगे चल रही है. ऐसे में वेस्टइंडीज़ की टीम इस टेस्ट को जीतती है तो वो सीरीज़ बचाने में कामयाब रहेगी.


वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप के अपने पहले मैच को भारतीय टीम ने 318 रनों के बड़े अंतर से जीतकर इसका शानदार आगाज़ किया था.

भारतीय टीम इस समय शानदार फॉर्म में है और वेस्टइंडीज़ का उसे हरा पाना आसान नहीं है. भारतीय टीम इस समय बल्ले से ही नहीं बल्कि गेंदबाज़ी में भी विरोधी टीम को पस्त कर रही है. भारतीय टीम के तीनों तेज़ गेंदबाज़ ईशांत शर्मा, जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद शमी शानदार फॉर्म में हैं. जिन्होंने पहले टेस्ट में वेस्टइंडीज़ टीम को किसी भी पल उबरने नहीं दिया.

वहीं भारतीय टीम में मौजूद ऑल-राउंडर रविन्द्र जडेजा बल्ले के साथ-साथ गेंद से भी स्पिन डिपार्टमेंट को ताकत दे रहे हैं. उन्होंने पिछले मैच की पहली पारी में अपने बल्ले से टीम को अहम योगदान दिया था. जबकि गेंद से भी उन्होंने विकेट अपने नाम किए.

गेंदबाज़ी के अलावा बल्ले से भी भारतीय टीम के बल्लेबाज़ों ने दिखा दिया कि वेस्टइंडीज़ के गेंदबाज़ों के लिए सबसे मुश्किल काम यही होने वाला है. खासकर पिछले मुकाबले में अजिंक्ये रहाणे का फॉर्म में लौटना कप्तान विराट के लिए अच्छी खबर है वहीं वेस्टइंडीज़ के लिए बुरी. रहाणे ने पिछले टेस्ट में एक शतक समेत कुल 183 रन बनाकर विरोधी टीम को मुश्किल में डाला था. जिसके लिए रहाणे को मैन ऑफ द मैच अवार्ड भी मिला.

वहीं उनके अलावा हनुमा विहारी, रविन्द्र जडेजा और खुद कप्तान विराट कोहली ने भी पहले टेस्ट में रन किए थे. जिससे ये साफ दिखता है कि भारतीय बल्लेबाज़ लय में हैं. केएल राहुल को भी दोनों पारियों में अच्छी शुरुआत मिली हालांकि वो बड़ा स्कोर नहीं बना सके. लेकिन अब दूसरे मैच में उनसे और मयंक अग्रवाल से टीम को अच्छी शुरुआत की दरकार होगी.

वहीं दूसरी तरफ मेज़बान टीम वेस्टइंडीज़ के लिए सबसे बड़ी परेशानी उनकी बल्लेबाज़ी है, जो कि दूसरी पारी में एक बड़ा लक्ष्य का पीछा करते हुए महज़ 100 रनों पर ढेर हो गई. ब्रैथवेट, ब्रावो, होप, हेटमायर जैसे बल्लेबाज़ों में से कोई भी टिककर नहीं खेल सका.

हालांकि गेंदबाज़ी में कॉटरेल, खुद कप्तान होल्डर विरोधी बल्लेबाज़ों को परेशान कर सकते हैं. लेकिन उन्हें इसके लिए लय में लौटना होगा. कीमो पॉल की वापसी से टीम की गेंदबाज़ी और भी अधिक मजबूत हुई है.

टीमें:
भारत: विराट कोहली, अजिंक्ये रहाणे, मयंक अग्रवाल, केएल राहुल, चेतेश्वर पुजारा, हनुमा विहारी, रोहित शर्मा, रिषभ पंत, रिद्धीमन साहा, रविचन्द्रन अश्विन, रविन्द्र जडेजा, कुलदीप यादव, इशांत शर्मा, मोहम्मद शमी, जसप्रीत बुमराह, उमेश यादव.

वेस्टइंडीज़: जेसन होल्डर, क्रेग ब्रैथवेट, डैरेन ब्रावो, शमराह ब्रूक्स, जॉन कैम्पबेल, रोस्टन चेज़, रहकीन कॉर्नवेल, जाहर हैमिल्टन, शैनन गबरैल, शिमरन हेटमायर, शाई होप, कीमो पॉल, केमार रोच.